वडताल स्वामीनारायण मंदिर में श्रावण मास के दौरान भक्ति उत्सव मनाया जाएगा

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वडताल स्वामीनारायण मंदिर: स्वामीनारायण संप्रदाय के मुख्य मंदिर वडताल में लक्ष्मीनारायणदेव बाइसेन्टेनियल महोत्सव के अवसर पर सोमवार 5 अगस्त 2024 से 3 सितंबर 2024 तक स्वामीनारायण मंदिर में श्रावणी भक्ति पर्व मनाया जाएगा।

वड़तालधाम में विराजित श्री हरिकृष्ण महाराज का भूदेव के मुख से उच्चरित जनमंगल स्रोत से निकले डेढ़ लाख तुलसी पत्तों से पूजन किया जाएगा तथा उनके चरणों में द्विगुणित तुलसी पत्र अर्पित किए जाएंगे।

वड़ताल मंदिर के मुख्य कोठारी डाॅ. संतवल्लभदासजी स्वामी ने कहा कि श्रावणी भक्ति पर्व पिछले 5 वर्षों से वडताल मंदिर में मनाया जाता है और जन्ममंगल सूत्रत्र के गायन के साथ 11 भूदेवों द्वारा श्री हरिकृष्ण महाराज को सवा लाख तुलसी के पत्ते महाराज के चरणों में अर्पित किये जायेंगे। मंदिर में पूरे दिन वड़ोदरा से लाए गए जनमंगल स्तोत्र के पाठ से माहौल भक्तिमय हो जाता है।

हरिकृष्ण महाराज को अर्पित की जाने वाली तुलसी की पत्तियां वडोदरा से मंगवाई जाती हैं और मंदिर के पुरुष और महिला भक्तों द्वारा चुनी जाती हैं। इन तुलसी की पत्तियों को भूनने के बाद एसी रूम में रखा जाता है ताकि ये ताजी रहें। चरोतर गांवों के हरिभक्त तुलसी के पत्ते तोड़ने की सेवा में शामिल होते हैं। मंदिर में श्रावण माह में शिव पूजन किया जाता है।

श्री स्वामीनारायण संप्रदाय में शिवभक्ति की बड़ी महिमा रही है। शिक्षापत्री में भगवान श्रीहरि ने अपने भक्तों को आदेश दिया है कि श्रावण मास में बिलपत्रादिक से महादेवजी का प्रेमपूर्वक पूजन करो अथवा पवित्र भूदेव का पूजन करो। वडताल मंदिर के अध्यक्ष देवप्रकाश स्वामी और पूज्य श्याम स्वामी पूरे भक्ति पर्व का आयोजन कर रहे हैं।