पलामू, 3 अगस्त (हि.स.)। जिले के सतबरवा प्रखंड के लहलहे के कसिया गांव में घर और खेतों में जलजमाव होने के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने शनिवार को करीब दो घंटे तक एनएच 75 डालटनगंज-रांची मुख्य पथ को जाम रखा। सदर मेदिनीनगर के अंचलाधिकारी अमरजीत सिंह बलहोत्रा जाम स्थल पर पहुंचे और उन्होंने उस क्षेत्र में नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के कार्य की देखरेख कर रहे भारत वाणिज्य ईस्टर्न कंपनी के सुबोध शर्मा को बुलाकर पुल निर्माण पूरा करने एवं जलजमाव पर तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
बीडीसी प्रतिनिधि सुभाष तिवारी ने कहा कि खेतों में डाले गए बिचड़े पानी से जलमग्न होने के कारण खराब हो गए हैं। सूर्य प्रकाश तिवारी, रिंकू चौधरी, अनूप तिवारी, विजय बरई, पंकज तिवारी, रमेश तिवारी, विनोद तिवारी, रविंद्र तिवारी, हरकेश भुइयां, प्रेमतोष तिवारी, रमेश भुईया, उमा चौधरी, बिंदु बरई, भागीरथी चौधरी, चंदन चौरसिया, शिवलाल भुइयां आदि किसान तथा घर डूबने वाले विजय चौरसिया ने सड़क जाम के दौरान छाता लेकर प्रदर्शन किया।
इधर, पंचायत समिति सदस्य अपर्णा तिवारी के पास किसानों ने जलजमाव होने से खेतों में डाले गए बिचड़े खराब होने के लिए कंपनी कर्मियों को भरपाई करने को कहा। साथ ही दुकानदार समेत अन्य लोगों के नुकसान की भरपाई करने आग्रह शामिल हैं।
किसान और घर के मालिक ने मुआवजा दिलाने की मांग की
सीओ के अनुसार किसान और घर के मालिक ने आवेदन देकर मुआवजा दिलाने की मांग की है, जिसमें विजय चौरसिया की पंचर दुकान का सारा सामान और घर जलमग्न हो गया है, उसने दो-तीन लाख रुपये की संपति क्षति होने की जानकारी दी है। वहीं, करीब 50 एकड़ में बुवाई के लिए लगाए गए धान और अन्य बीज के बिचड़े तैयार होने से पहले खेतों में जलजमाव के कारण खराब हो गए हैं। जल जमाव का कारण पानी निकासी नहीं होना है। पुल निर्माण समय पर नहीं किया गया।
सीओ ने कंपनी कर्मियों से दो जगह पर जेसीबी मशीन मंगवाकर पानी निकासी करने के लिए गड्ढे खोदवाए। इस दौरान विधि-व्यवस्था बनाने के लिए सतबरवा पुलिस के पदाधिकारी और जवान भी मौजूद थे। 8 से 10 बजे सुबह जाम किया गया। मौके पर दोनों ओर से सैकड़ों वाहन बारिश के फंसे रहे। तेज हवा के चलने के पेड़ के नीचे खड़े वाहनों में सवार लोग काफी भयभीत थे।