शिमला के बाढ़ प्रभावित समेज गांव में बनेंगे दो वैली ब्रिज, अतिरिक्त मशीनरी होगी तैनात: विक्रमादित्य सिंह

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शिमला, 3 अगस्त (हि.स.)। बादल फटने से तबाह हुए शिमला जिला के समेज गांव को बसाने के लिए प्रदेश सरकार ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। लोक निर्माण एंव शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने शनिवार को शिमला जिला के रामपुर से सटे बाढ़ प्रभावित समेज गांव का निरीक्षण किया और प्रभावितों व पीड़ितों से मुलाकात की।

विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि समेज गांव में दो वैली ब्रिज स्थापित किए जाएंगे। इसके लिए शिमला से वैली ब्रिज का सामान मंगवा लिया गया है। कुछ ही दिनों में वैली ब्रिज सुचारू हो जाएंगे ताकि स्थानीय लोगों को आवागमन की सुविधा उपलब्ध हो सके।

उन्होंने कहा कि यहां पर अतिरिक्त मशीनरी की तैनाती की जा रही है ताकि खोज एवं बचाव कार्य को और तीव्रता मिल सके। इस बारे में संबंधित विभाग को निर्देश दे दिए गए है।

विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि यह त्रासदी झकझोरने वाली है। हम पूरी तरह लोगों के साथ खड़े हैं। प्रदेश सरकार हर संभव सहायता कर रही है। इस हादसे में लापता लोगों को ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन चला हुआ है। लेकिन भारी मलबा होना के कारण सर्च ऑपरेशन में कई चुनौतियां पेश आ रही है। उन्होंने कहा कि 85 किलोमीटर के क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया जा रहा है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आर्मी, पैरा मिलिट्री फोर्स, पुलिस, होमगार्ड, अग्निशमन विभाग के सदस्य रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हुए है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गत दिवस समेज दौरे के दौरान आपदा प्रभावितों को 50 हजार रुपए की फौरी राहत राशि और किराए पर मकान के लिए 5000 रुपये देने की घोषणा की है, जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने केंद्र सरकार से हिमाचल प्रदेश को आपदा से निपटने के लिए दिल खोल कर आर्थिक सहायता प्रदान करने का भी आग्रह किया।

बता दें कि बीते 31 जुलाई की मध्यरात्रि बादल फटने के कारण आई बाढ़ से समेज गांव के कई घर, प्राईमरी स्कूल, डिस्पैंसरी और पावर प्रोजेक्ट बह गए। इस हादसे में 36 लोग लापता हो गए। इनमें कई स्कूली बच्चे भी शामिल हैं। बचाव टीमें पिछले तीन दिन से लापता लोगों की तलाश में जुटी हैं।