किडनी स्टोन डाइट: किडनी स्टोन आजकल सबसे आम समस्या बन गई है। जब हमारी किडनी अपशिष्ट उत्पादों को ठीक से फ़िल्टर नहीं कर पाती है, तो ये चीजें किडनी में जमा हो जाती हैं और पथरी का निर्माण करती हैं। यदि गुर्दे की पथरी का इलाज न किया जाए तो गुर्दे की कार्यक्षमता कम होने लगती है और गुर्दे खराब हो सकते हैं। इसलिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक किडनी स्टोन के मरीजों को अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि हमारे खान-पान का सीधा असर पथरी पर पड़ता है।
किडनी स्टोन के मरीजों को इस पौधे से दूर रहना चाहिए
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अपनी जीवनशैली और आहार में बदलाव करके किडनी की बीमारियों से बचा जा सकता है। किडनी को स्वस्थ रखने के लिए कुछ खाद्य पदार्थों से परहेज करना चाहिए। इनमें उच्च सोडियम, कार्बोनेटेड पेय पदार्थ, प्रसंस्कृत मांस और उच्च प्रोटीन खाद्य पदार्थ शामिल हैं ।
एक आहार विशेषज्ञ के अनुसार, उच्च सोडियम वाले आहार से गुर्दे की पथरी का खतरा बढ़ सकता है। जंक फूड में नमक की मात्रा अधिक होती है, इसलिए लोगों को जंक फूड और अन्य नमकीन खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए।
उच्च प्रोटीन आहार से भी गुर्दे की पथरी का खतरा बढ़ सकता है। विशेष रूप से पशु प्रोटीन जैसे अंडे, मांस, मछली और अन्य मांसाहारी खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए। प्रोटीन यूरिक एसिड को बढ़ाता है, जिससे पथरी की समस्या बढ़ सकती है।
खट्टे फल इम्यून सिस्टम के लिए फायदेमंद माने जाते हैं, लेकिन किडनी स्टोन के मरीजों को ये चीजें एक सीमा तक ही खानी चाहिए. खट्टे फलों में विटामिन सी होता है। इसकी अधिकता से ऑक्सालेट का उत्पादन बढ़ जाता है, जिससे किडनी में पथरी का निर्माण होता है।
इसके अलावा अचार में सोडियम की मात्रा अधिक होती है इसलिए किडनी के मरीजों को गलती से भी अचार नहीं खाना चाहिए.
किडनी स्टोन के मरीजों को कोल्ड ड्रिंक और एनर्जी ड्रिंक से परहेज करना चाहिए। इन पेय पदार्थों में फॉस्फोरिक एसिड होता है जो गुर्दे की पथरी के खतरे को बढ़ाता है। ऐसे में शीतल पेय का सेवन कम से कम करना चाहिए।