RBI Web series: देश में बैंकों का बॉस कहलाने वाला भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अपने कामकाज और 90 साल के सफर पर एक वेब सीरीज लाने की योजना बना रहा है. यह वेब सीरीज पांच एपिसोड की होगी. RBI के 90 साल पूरे होने के मौके पर वेब सीरीज के निर्माण और वितरण के लिए ई-टेंडर के जरिए बोलियां मांगी गई हैं. ई-टेंडर के आधिकारिक दस्तावेज के मुताबिक वेब सीरीज करीब 3 घंटे लंबी होगी और एक एपिसोड की अवधि 25-30 मिनट रखने का प्रस्ताव है. इसका प्रसारण टीवी चैनल या ओटीटी प्लेटफॉर्म पर किया जाएगा.
आरबीआई की वेब सीरीज में क्या होगा खास?
आरबीआई ने इस साल अप्रैल में अपनी स्थापना के 90 साल पूरे किए हैं। आरबीआई ने कहा कि 5 एपिसोड की इस सीरीज में देश की अर्थव्यवस्था में केंद्रीय बैंक की अहम भूमिका के बारे में लोगों की समझ बढ़ाई जाएगी ताकि जनता के साथ आरबीआई के जुड़ाव को बढ़ावा दिया जा सके। इस वेब सीरीज में आरबीआई के विजन और मिशन दोनों के बारे में बताया जाएगा।
आरबीआई की स्थापना कब और कैसे हुई?
भारतीय रिजर्व बैंक देश का केंद्रीय बैंक है जो बैंकिंग नियामक है। यह सभी बैंकों के संचालन के लिए नियम बनाता है और उन पर निगरानी रखता है। RBI ही ब्याज दरें निर्धारित करता है। भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना ब्रिटिश काल में हुई थी। हिल्टन यंग आयोग की सिफारिशों के आधार पर देश की मुद्रा और ऋण को नियंत्रित करने के लिए रिजर्व बैंक का गठन किया गया था। इसकी स्थापना भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 के तहत की गई थी। RBI ने 1 अप्रैल, 1935 को काम करना शुरू किया था।
आरबीआई के मुख्य कार्य
नोट छापने का अधिकार: नोट छापने का एकाधिकार RBI के पास है। RBI एक रुपये के नोट (केवल वित्त मंत्रालय द्वारा जारी) को छोड़कर सभी प्रकार के नोट जारी करता है।
बैंकों के लिए नियम बनाना: आरबीआई भारत सरकार और देश के बैंकों के लिए नियम बनाता है, साथ ही ब्याज दरें भी निर्धारित करता है।
विदेशी मुद्रा भंडार पर नियंत्रण: आरबीआई देश के विदेशी मुद्रा भंडार का संरक्षक है। यह देश की विदेशी मुद्रा दर को स्थिर रखने के उद्देश्य से विदेशी मुद्राओं की खरीद और बिक्री करता है।