PPF Scheme: हर कोई अपनी मेहनत की कमाई से छोटी-बड़ी रकम इस उम्मीद में बचाता है कि रिटायरमेंट के बाद उसे किसी तरह की आर्थिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। हालांकि, इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए अपनी बचत को सही जगह निवेश करने की जरूरत होती है। अगर आप भी एक बड़ा फंड इकट्ठा करना चाहते हैं तो PPF स्कीम में निवेश कर सकते हैं।
सुरक्षित निवेश और कर लाभ
पीपीएफ स्कीम में निवेश लंबी अवधि में फायदे का सौदा है। दरअसल, जबरदस्त ब्याज के साथ-साथ सरकार आपकी जमा राशि पर सुरक्षा की गारंटी भी देती है। इसमें निवेश करने पर मिलने वाला रिटर्न बिल्कुल टैक्स फ्री होता है। इस स्कीम में चक्रवृद्धि ब्याज का लाभ भी मिलता है। इसके साथ ही आप आयकर की धारा 80सी के तहत पीपीएफ में निवेश पर टैक्स छूट का लाभ भी उठा सकते हैं।
आप हर साल इतना निवेश कर सकते हैं
निवेशक पीपीएफ में सिर्फ 500 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं, जबकि एक साल में अधिकतम 1.5 लाख रुपये का निवेश किया जा सकता है। इस स्कीम में मैच्योरिटी पीरियड 15 साल का है, यानी आप इतने समय तक निवेश कर सकते हैं, लेकिन अगर आप मैच्योरिटी के बाद भी निवेश जारी रखना चाहते हैं तो ऐसी स्थिति में पीपीएफ अकाउंट को 5-5 साल के लिए बढ़ाने की सुविधा भी मिलती है। हालांकि, इसके लिए मैच्योरिटी पूरी होने से एक साल पहले आवेदन करना होता है।
5000 रुपये प्रतिमाह निवेश करने पर इतना मुनाफा
अब कोई निवेशक हर महीने सिर्फ 5000 रुपये बचाकर 42 लाख रुपये का फंड कैसे जुटा सकता है? इसका हिसाब लगाने से पहले जान लें कि यह स्कीम निवेश पर 7.1 फीसदी की दर से ब्याज देती है। 5000 रुपये महीने जमा करने पर एक साल में पीपीएफ खाते में 60,000 रुपये जमा हो जाएंगे और 15 साल में कुल जमा राशि 9,00,000 रुपये हो जाएगी। वहीं, आपके द्वारा जमा की गई राशि पर तय ब्याज दर के हिसाब से ब्याज 7,27,284 रुपये मिलेगा, यानी तब तक आपका जमा फंड 16,27,284 रुपये हो जाएगा।
अब अगर आप इस फंड को 5-5 साल के लिए बढ़ाते हैं तो आपका कुल जमा फंड भी उसी हिसाब से बढ़ जाएगा। यानी अगर आप इसे 10 साल के लिए बढ़ाते हैं यानी 25 साल बाद आपके द्वारा जमा की गई रकम पर ब्याज समेत कुल फंड करीब 42 लाख रुपये हो जाएगा। इस 25 साल की अवधि में आपको मिलने वाली ब्याज आय 26,00,000 रुपये से ज्यादा होगी।
इस योजना में ऋण सुविधा भी उपलब्ध है
पीपीएफ स्कीम में आपको एकमुश्त या किस्तों में निवेश करने की सुविधा मिलती है। इसके अन्य फायदों की बात करें तो एक साल की मैच्योरिटी वाली इस स्कीम से इमरजेंसी फंड निकासी भी की जा सकती है, हालांकि, निवेशक 50 फीसदी से ज्यादा रकम नहीं निकाल सकते। इसके लिए जो शर्त रखी गई है, उसके मुताबिक निवेश की अवधि 6 साल होनी चाहिए। वहीं, 3 साल तक निवेश करने के बाद ही आप इसके तहत लोन भी ले सकते हैं।