बीआईएस ने यूपीसीएल को बताई मानक और गुणवत्ता की बारीकियां, महत्व पर जोर

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देहरादून, 27 जुलाई (हि.स.)। भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) की ओर से शनिवार को उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) के अधिकारियों के लिए उर्जा भवन देहरादून में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम भारतीय मानकों और गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों के बारे में जानकारी फैलाने पर केंद्रित था।

इसका उद्देश्य यूपीसीएल के अधिकारियों को उनके प्रोजेक्ट्स में भारतीय मानकों को शामिल करने के लिए आवश्यक ज्ञान और उपकरण प्रदान करना था। इससे सार्वजनिक बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी। कार्यक्रम का आयोजन यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार के मार्गदर्शन में हुआ। उद्घाटन निदेशक वित्त कमल शर्मा, कार्यकारी निदेशक एचआर आरजे मलिक और बीआईएस निदेशक एवं प्रमुख देहरादून सौरभ तिवारी ने किया। कार्यक्रम में बीआईएस से संयुक्त निदेशक श्याम कुमार, उप निदेशक सचिन चौधरी, उप निदेशक नितीश जैन और सहायक निदेशक सौरभ चौरसिया ने भाग लिया। वहीं यूपीसीएल से अधीक्षण अभियंता सुरिंदर सिंह कंवर, उप मुख्य कार्मिक अधिकारी जितेंद्र सिंह व 50 से अधिक वरिष्ठ यूपीसीएल अधिकारियों के साथ 12 अधिकारियों ने वर्चुअली भाग लिया।

बीआईएस निदेशक एवं प्रमुख देहरादून सौरभ तिवारी ने राज्य में बुनियादी ढांचे की परियोजनाओं की सुरक्षा, टिकाऊपन और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए भारतीय मानकों का पालन करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि बीआईएस विभिन्न क्षेत्रों में मानकीकरण और गुणवत्ता नियंत्रण को बढ़ावा देने के लिए इस तरह के कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। सत्र के दौरान नितीश जैन और श्याम कुमार ने संबंधित भारतीय मानकों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। सचिन चौधरी ने बीआईएस के विभिन्न डिजिटल प्लेटफॉर्म्स जैसे बीआईएस केयर ऐप, मानकों को डाउनलोड और उन पर टिप्पणी करने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। प्रतिभागियों को यूपीसीएल की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों से संबंधित हालिया गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों के बारे में भी बताया गया।

यूपीसीएल में मानकीकरण सेल बनाने की सहमति

आरजे मलिक ने जागरूकता के लिए बीआईएस प्रबंधन की ओर से उठाए गए कदमों की सराहना की। उन्होंने राज्य सरकार के अधिकारियों के लिए आयोजित किए जा रहे क्षमता निर्माण कार्यक्रमों की भी प्रशंसा की और नियमित रूप से यूपीसीएल अधिकारियों को नामित करने का आश्वासन दिया। उन्होंने यूपीसीएल में मानकीकरण सेल बनाने की सहमति दी, ताकि सभी स्तरों पर मानकीकरण को बेहतर तरीके से अपनाया जा सके और मानकों के विकास में तकनीकी रूप से योगदान देने की यूपीसीएल की प्रतिबद्धता व्यक्त की। कार्यक्रम में एक विशेष इंटरैक्टिव सत्र भी आयोजित किया गया। इसमें प्रतिभागियों को अपने दैनिक कार्यों में भारतीय मानकों को लागू करने में आने वाली चुनौतियों पर चर्चा करने और स्पष्टीकरण प्राप्त करने का अवसर मिला।