बलौदाबाजार : कलेक्टर ने बाढ़ क्षेत्र का किया अवलोकन, प्रभावित व्यक्तियों से मुलाकात कर व्यवस्थाओं का लिया जायजा

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बलौदाबाजार, 27 जुलाई (हि.स.)। जिले में लगातार हो रही बारिश एवं सिमगा विकासखंड अंतर्गत देवरीडीह जलाशय के टूटने से प्रभावित क्षेत्र का जायजा लेने आज शनिवार सुबह ही कलेक्टर दीपक सोनी ग्राम दरचूरा पहुंचे।

उन्होंने टूटे हुए जलाशय स्थल का अवलोकन कर एवं जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर इसके भराव तथा सुधार कार्य के लिए आवश्यक निर्देश दिए है।

इस दाैरान कलेक्टर श्री सोनी ग्राम गणेशपुर भी पहुंचे उन्होंने सामुदायिक भवन में बनाए गए अस्थायी राहत शिविर में पहुंचकर प्रभावित व्यक्तियों से मुलाकात कर उनका हाल चाल जाना। उन्होंने सभी से कहा की घबराने की कोई जरूरत नही है जिला प्रशासन आप सब के मदद के 24 घंटे तैयार, आपके रहने, खाने और स्वास्थ्य की पूरी देखरेख हमारी टीम द्वारा की जाएगी। इस दाैरान एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ के आला अधिकारियों से चर्चा कर विस्तृत बचाव संबधित विस्तृत जानकारी लिए है।

इस दौरान उन्होंने सभी अधिकारियों को लगातर फील्ड एवं सतर्क रहने की हिदायत दी है। राजस्व अधिकारियों को 48 घंटे के भीतर क्षति आंकलन रिपोर्ट जिला कार्यालय को प्रेषित करने के निर्देश दिए है। साथ ही इस कार्य में ग्राम सचिव एवं कृषि विभाग के अधिकारियों को भी मदद करने के निर्देश दिए है। इसके साथ ही कलेक्टर ने ग्राम विश्रामपुर सहित अन्य प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर प्रभावित व्यक्तियों से मुलाकात कर उनका हाल चाल का जायजा लिया। जिला कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक गणेशपुर गावों के कुल 36 लोगों को सुरक्षित जगह में शिफ्ट कराया गया है। जिसमें 15 लोग राहत शिविर में एवं अन्य बाकी लोग अपने रिश्तेदारो के यहां ठहरे हैं। जिला प्रशासन की टीम लगातार स्थिति पर नजर रखी हुई है। सभी राजस्व अधिकारी फील्ड में ही रहकर हालत का जायजा ले रहे है। निरीक्षण के दौरान एसडीएम अंशुल वर्मा, सीईओ अमित दुबे,नायब तहसीलदार हरीश यादव,अनिरुद्ध मिश्रा,बीएमओ सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी गण उपस्थित रहें।

जिला अधिकारियों को निर्देश

इसके साथ ही कलेक्टर दीपक सोनी ने जिला अधिकारियों को अलग से निर्देश दिए है जिसके तहत जहां पर भी जलभराव होने के कारण लोगों को शिफ्ट करने की आवश्यकता वहा पर तत्काल शिफ्ट कराएं। इस कार्य में लापरवाही नही बरतने के निर्देश दिए है। इसके साथ ही आश्रय स्थल पर सभी लोग पेयजल हेतु पानी उबालकर ही पीने के निर्देश दिए है। उक्त प्रभावित क्षेत्र की स्कूल एवं आंगनबाड़ी केंद्रों को आगामी तीन दिवस तक बंद करने के निर्देश अधिकारियों को दिए है।