पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने खिचड़ीपुर में कावड़ शिविर का किया उद्घाटन

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नई दिल्ली, 26 जुलाई (हि.स.)। दिल्ली सरकार ने शिव भक्त कांवड़ियों की सुविधा के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस कड़ी में शुक्रवार को पर्यावरण मंत्री गोपाल राय द्वारा खिचड़ीपुर में ‘खिचड़ीपुर शिव कांवड़ सेवा समिति’ शिविर का उद्घाटन किया गया। इस दौरान उन्होंने बताया कि पूरी दिल्ली में करीब 185 कांवड़ शिविर लगाए जा रहे हैं। केजरीवाल सरकार ने सभी जिला प्रशासन को कांवड़ियों की सुरक्षा और सुविधाओं के लिए हर जरूरी कदम सुनिश्चित करने का आदेश दिया है। दिल्ली सरकार की तरफ से हर वर्ष भगवान भोलेनाथ के भक्त और कावड़ियों के लिए शिविर कैंप लगाए जाते हैं।

यह शिविर कैंप पूरी तरह से वाटर प्रूफ है। इसके अलावा इन कैंपों के अंदर मेडिकल से लेकर पानी, सोने के लिए बेड, कूलर और शौचालय की समेत सभी सुविधाओं की व्यवस्था भी की गई है। इस अवसर पर कोंडली के विधायक कुलदीप कुमार, त्रिलोकपुरी के विधायक रोहित महरोलिया, कल्याणपुरी से पार्षद बंटी गौतम , समिति के अध्यक्ष श्री सुरज मल वर्मा ,विश्वास नगर विधानसभा के अध्यक्ष दीपक सिंगला, सामाजिक कार्यकर्ता पुरुषोत्तम भट्ट समेत अन्य लोग मौजूद थे।

सावन के महीने में लाखों की संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार जल लेने जाते हैं। इसके बाद लोग अपने-अपने शहर जाकर शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के मद्देनजर दिल्ली सरकार राजधानी में जगह-जगह कांवड़ शिविर लगाती है। कांवड़ शिविर में कांवड़ियों के रुकने और आराम करने के लिए हर जरूरी सुविधाएं मुहैया करवाई जाती है। इस साल उनकी सुविधा के लिए स्थानीय डिस्पेंसरियों को शिविरों से जोड़ा गया है। इसके अलावा किसी भी आपात स्थिति के लिए कैट्स एंबुलेंस की भी सुविधा उपलब्ध होगी। अस्पतालों को कांवड़ियों के इलाज के लिए विशेष प्रबंध करने के निर्देश दिए गए हैं। गोपाल राय ने आगे कहा कि चूंकि बारिश की अधिक संभावना है। इसलिए बिस्तर और मेजों के साथ वाटरप्रूफ टेंट की व्यवस्था की गई है।

पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आगे बताया कि 185 शिविरों में कम से कम 10 हजार श्रद्धालु आसानी से रह सकते हैं। सावन में बारिश की अच्छी संभावना है, इसलिए हमने शिविर में वाटरप्रूफ टेंट की व्यवस्था की है। साथ ही यहां डॉक्टर को भी तैनात किया गया है। उन्होंने कहा, “मेडिकल टीमें 24 घंटे शिविर में मौजूद रहेंगी और तीन अलग-अलग शिफ्टों में काम करेंगी। कावड़ शिविर के बाहर एंबुलेंस भी तैनात की गई है। किसी भी गंभीर स्वास्थ्य चोट की स्थिति में, व्यक्ति को निकटतम अस्पताल ले जाया जाएगा।”