नेशनल पेंशन सिस्टम: नेशनल पेंशन सिस्टम एक रिटायरमेंट स्कीम है जिसमें अगर आप नौकरी लगते ही निवेश करने की योजना बनाते हैं तो आपका बुढ़ापा मौज-मस्ती में बीतेगा। अगर आप कम उम्र से ही इस स्कीम में अपनी मासिक बचत से कुछ बचाते हैं और नियमित रूप से अनुशासित तरीके से निवेश करते हैं तो रिटायरमेंट पर न सिर्फ बेहतर फंड का इंतजाम किया जा सकता है बल्कि हर महीने अच्छी पेंशन भी मिल सकती है। हम आपको कैलकुलेशन के साथ बता रहे हैं कि कैसे रोजाना सिर्फ 100 रुपये बचाकर आप रिटायरमेंट पर 40 लाख रुपये का एकमुश्त फंड और हर महीने 50 हजार रुपये पेंशन पाएंगे।
केंद्र सरकार पेंशन योजना
नेशनल पेंशन सिस्टम केंद्र सरकार की एक पेंशन योजना है, जिसमें रिटायरमेंट को ध्यान में रखकर निवेश किया जाता है। 18 से 70 साल की उम्र के बीच का कोई भी भारतीय नागरिक (सरकारी कर्मचारी या निजी क्षेत्र का कर्मचारी) नेशनल पेंशन सिस्टम में खाता खुलवा सकता है। NRI भी इसके लिए पात्र हैं। खाता खुलवाने के बाद 60 साल की उम्र या मैच्योरिटी यानी 70 साल तक अंशदान करना होता है। NPS के रिटर्न इतिहास पर नजर डालें तो अब तक इसने 8% से 12% सालाना रिटर्न दिया है।
एनपीएस कैलकुलेटर
निवेश शुरू करने की आयु: 25 वर्ष
एनपीएस में हर महीने निवेश: 3000 रुपये
35 वर्षों में कुल निवेश: 12,60,000 रुपये (12.60 लाख रुपये)
निवेश पर अनुमानित प्रतिफल: 10 प्रतिशत वार्षिक
कुल धनराशि: 1,14,84,831 रुपये (1.15 करोड़ रुपये)
वार्षिकी योजना में निवेश: 65 प्रतिशत
एकमुश्त मूल्य: 40,19,691 रुपये (40.20 लाख करोड़ रुपये)
पेंशन योग्य संपत्ति: 74,65,140 रुपये (74.65 लाख रुपये)
वार्षिकी रिटर्न: 8 प्रतिशत
मासिक पेंशन: 49,768 रुपये (करीब 50 हजार रुपये)
आपको कितना रिटर्न मिल सकता है?
एनपीएस में आपके द्वारा जमा की गई राशि का एक हिस्सा इक्विटी में निवेश किया जाता है, इसलिए इस योजना में गारंटीड रिटर्न नहीं मिल सकता है। हालांकि, यह अभी भी पीपीएफ जैसे अन्य पारंपरिक दीर्घकालिक निवेशों की तुलना में अधिक रिटर्न दे सकता है। अगर हम एनपीएस के रिटर्न इतिहास पर नज़र डालें तो अब तक इसने 9% से 12% सालाना रिटर्न दिया है। एनपीएस में अगर आप फंड के प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं हैं तो आपको अपने फंड मैनेजर को बदलने का विकल्प भी दिया जाता है।
सेवानिवृत्ति के बाद निकासी के नियम
वर्तमान में, कोई व्यक्ति कुल राशि का 60 प्रतिशत तक एकमुश्त निकाल सकता है, शेष 40 प्रतिशत वार्षिकी योजना में जाता है। नए एनपीएस दिशानिर्देशों के अनुसार, यदि कुल राशि 5 लाख रुपये या उससे कम है, तो ग्राहक वार्षिकी योजना खरीदे बिना पूरी राशि निकाल सकते हैं। ये निकासी भी कर-मुक्त हैं।
नेशनल पेंशन सिस्टम एक रिटायरमेंट स्कीम है जिसमें अगर आप नौकरी लगते ही निवेश करने की योजना बनाते हैं तो बुढ़ापा खुशी से बीतेगा। अगर आप कम उम्र से ही इस स्कीम में अपनी मासिक बचत से कुछ बचाते हैं और नियमित रूप से अनुशासित तरीके से निवेश करते हैं तो रिटायरमेंट पर न सिर्फ बेहतर फंड का इंतजाम किया जा सकता है, बल्कि हर महीने अच्छी पेंशन भी मिल सकती है। हम आपको कैलकुलेशन के साथ बता रहे हैं कि कैसे रोजाना सिर्फ 100 रुपये बचाकर आप रिटायरमेंट पर एकमुश्त 40 लाख रुपये और हर महीने 50 हजार रुपये पेंशन पाएंगे।
केंद्र सरकार पेंशन योजना
नेशनल पेंशन सिस्टम केंद्र सरकार की एक पेंशन योजना है, जिसमें रिटायरमेंट को ध्यान में रखकर निवेश किया जाता है। 18 से 70 साल की उम्र के बीच का कोई भी भारतीय नागरिक (सरकारी कर्मचारी या निजी क्षेत्र का कर्मचारी) नेशनल पेंशन सिस्टम में खाता खुलवा सकता है। NRI भी इसके लिए पात्र हैं। खाता खुलवाने के बाद 60 साल की उम्र या मैच्योरिटी यानी 70 साल तक अंशदान करना होता है। NPS के रिटर्न इतिहास पर नजर डालें तो अब तक इसने 8% से 12% सालाना रिटर्न दिया है।
एनपीएस कैलकुलेटर
निवेश शुरू करने की आयु: 25 वर्ष
एनपीएस में हर महीने निवेश: 3000 रुपये
35 वर्षों में कुल निवेश: 12,60,000 रुपये (12.60 लाख रुपये)
निवेश पर अनुमानित प्रतिफल: 10 प्रतिशत वार्षिक
कुल धनराशि: 1,14,84,831 रुपये (1.15 करोड़ रुपये)
वार्षिकी योजना में निवेश: 65 प्रतिशत
एकमुश्त मूल्य: 40,19,691 रुपये (40.20 लाख करोड़ रुपये)
पेंशन योग्य संपत्ति: 74,65,140 रुपये (74.65 लाख रुपये)
वार्षिकी रिटर्न: 8 प्रतिशत
मासिक पेंशन: 49,768 रुपये (करीब 50 हजार रुपये)
आपको कितना रिटर्न मिल सकता है?
एनपीएस में आपके द्वारा जमा की गई राशि का एक हिस्सा इक्विटी में निवेश किया जाता है, इसलिए यह योजना गारंटीड रिटर्न नहीं दे सकती है। हालांकि, यह अभी भी पीपीएफ जैसे अन्य पारंपरिक दीर्घकालिक निवेशों की तुलना में अधिक रिटर्न दे सकता है। एनपीएस के रिटर्न इतिहास पर नजर डालें तो अब तक इसने 9% से 12% सालाना रिटर्न दिया है। एनपीएस में आपको फंड के प्रदर्शन से संतुष्ट न होने पर अपने फंड मैनेजर को बदलने का विकल्प भी दिया जाता है।
सेवानिवृत्ति के बाद निकासी के नियम
वर्तमान में, कोई व्यक्ति कुल राशि का 60 प्रतिशत तक एकमुश्त निकाल सकता है, शेष 40 प्रतिशत वार्षिकी योजना में जाता है। नए एनपीएस दिशानिर्देशों के अनुसार, यदि कुल राशि 5 लाख रुपये या उससे कम है, तो ग्राहक वार्षिकी योजना खरीदे बिना पूरी राशि निकाल सकते हैं। ये निकासी भी कर-मुक्त हैं।