पलामू, 22 जुलाई (हि.स.)। स्थायीकरण की मांग को लेकर सोमवार से पलामू जिले के मनरेगाकर्मियों की बेमियादी हड़ताल शुरू हो गई। हड़ताल से मनरेगा के कार्यों पर व्यापक असर पड़ा है। इससे पहले मनरेगाकर्मियों ने तीन दिन सांकेतिक रूप से सत्याग्रह किया था
कर्मियों का कहना था कि उनकी एक सूत्री मांग है। वह करीब 20 वर्ष से कार्य कर रहे हैं। उनकी सेवा स्थाई की जाए। बावजूद सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है। हेमंत सरकार ने उनकी स्थाईकरण की मांग को अपने घोषणा पत्र में शामिल किया गया था लेकिन सरकार बनने के चार साल से अधिक समय भी जाने के बाद भी इसे पूरा नहीं किया गया है। कर्मियों ने कहा कि वादा निभाव स्थाई करो सत्याग्रह के तहत हम लोग एक माह से आंदोलन कर रहे हैं लेकिन सरकार की ओर से मनरेगाकर्मियों की समस्या समाधान के लिए कोई नहीं आया है। राज्य के सभी विधायकों ने मेज थप-थपाकर अपना वेतन बढ़ा लिया लेकिन मनरेगाकर्मियों के लिए संवेदनशील नहीं हैं। इसका खामियाजा सरकार को आने वाले समय में भुगतना पड़ेगा।
हड़ताल पर जाने वाले कर्मियों में संघ के जिला उपाध्यक्ष नारद यादव, सचिव अख्तर हुसैन, कोषाध्यक्ष दीपक तिवारी, मनोज कुमार चौबे, राहुल सोनी, आशीष कुमार, पप्पू कुमार, प्रियरंजन शुक्ला, संतोष कुमार यादव, सुनील कुमार यादव, संजीव गुप्ता, जयंत कुमार पासवान, अरविंद सिंह, रामाकांत तिवारी, गोविंद पांडे, अशोक कुमार, संतु राम सहित सैकड़ो मनरेगा कर्मी शामिल थे।