ब्लड शुगर का बढ़ना डायबिटीज के मरीज के लिए खतरे के संकेत की तरह है. बेहतर जीवन के लिए शुगर को कंट्रोल में रखना बहुत जरूरी है. किचन में रखे ये 5 मसाले इसमें काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं.
आज के समय में डायबिटीज एक आम समस्या बनती जा रही है। भारत दुनिया में दूसरे नंबर पर है जहां डायबिटीज के मरीज सबसे ज्यादा हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में यहां डायबिटीज के 74.9 मिलियन मामले थे, जो 2025 तक 124.9 मिलियन तक पहुंचने का अनुमान है।
यह आंकड़ा वाकई डराने वाला है। क्योंकि डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो शरीर को कमजोर कर देती है। इसकी चपेट में आने के बाद शरीर कई बीमारियों की चपेट में आ जाता है। हालांकि, लंबी और स्वस्थ जिंदगी जीने के लिए डायबिटीज के मरीज ब्लड शुगर को मैनेज कर सकते हैं। सदियों से आयुर्वेदिक चिकित्सा में डायबिटीज को मैनेज करने के लिए कई तरह के मसालों का इस्तेमाल किया जाता रहा है। किचन में आसानी से मिलने वाले ये मसाले न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाते हैं बल्कि ब्लड शुगर को भी कंट्रोल करने में मदद करते हैं। यहां आप ऐसे ही 5 मसालों के बारे में जान सकते हैं-
दालचीनी
दालचीनी मधुमेह प्रबंधन के लिए सबसे लोकप्रिय मसालों में से एक है। दालचीनी रक्त शर्करा के स्तर को कम करने और इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाने में मदद करती है। चाय, कॉफी या दलिया में दालचीनी पाउडर का सेवन फायदेमंद हो सकता है।
हल्दी
आयुर्वेद के समय से ही हल्दी अपने औषधीय गुणों के लिए जानी जाती है। शोध के अनुसार, इसमें मौजूद करक्यूमिन तत्व ब्लड शुगर और सूजन को कम करने में मदद करता है। यह डायबिटीज से होने वाली समस्याओं से भी बचाता है। ऐसे में हल्दी का सेवन सब्जी, दाल या दूध में डालकर किया जा सकता है।
जीरा
पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के अलावा जीरा मधुमेह प्रबंधन में भी सहायक है। शोध से पता चलता है कि जीरा रक्त शर्करा के स्तर को कम करने और इंसुलिन उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है।
मेंथी
मेथी के पत्ते और बीज भी मधुमेह को नियंत्रित करने में सहायक माने जाते हैं। मेथी में फाइबर और अमीनो एसिड भरपूर मात्रा में होते हैं। ये तत्व शरीर में कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को धीमा करते हैं और रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
आज के समय में डायबिटीज एक आम समस्या बनती जा रही है। भारत दुनिया में दूसरे नंबर पर है जहां डायबिटीज के मरीज सबसे ज्यादा हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में यहां डायबिटीज के 74.9 मिलियन मामले थे, जो 2025 तक 124.9 मिलियन तक पहुंचने का अनुमान है।
यह आंकड़ा वाकई डराने वाला है। क्योंकि डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो शरीर को कमजोर कर देती है। इसकी चपेट में आने के बाद शरीर कई बीमारियों की चपेट में आ जाता है। हालांकि, लंबी और स्वस्थ जिंदगी जीने के लिए डायबिटीज के मरीज ब्लड शुगर को मैनेज कर सकते हैं। सदियों से आयुर्वेदिक चिकित्सा में डायबिटीज को मैनेज करने के लिए कई तरह के मसालों का इस्तेमाल किया जाता रहा है। किचन में आसानी से मिलने वाले ये मसाले न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाते हैं बल्कि ब्लड शुगर को भी कंट्रोल करने में मदद करते हैं। यहां आप ऐसे ही 5 मसालों के बारे में जान सकते हैं-
दालचीनी
दालचीनी मधुमेह प्रबंधन के लिए सबसे लोकप्रिय मसालों में से एक है। दालचीनी रक्त शर्करा के स्तर को कम करने और इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाने में मदद करती है। चाय, कॉफी या दलिया में दालचीनी पाउडर का सेवन फायदेमंद हो सकता है।
हल्दी
आयुर्वेद के समय से ही हल्दी अपने औषधीय गुणों के लिए जानी जाती है। शोध के अनुसार, इसमें मौजूद करक्यूमिन तत्व ब्लड शुगर और सूजन को कम करने में मदद करता है। यह डायबिटीज से होने वाली समस्याओं से भी बचाता है। ऐसे में हल्दी का सेवन सब्जी, दाल या दूध में डालकर किया जा सकता है।
जीरा
पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के अलावा जीरा मधुमेह प्रबंधन में भी सहायक है। शोध से पता चलता है कि जीरा रक्त शर्करा के स्तर को कम करने और इंसुलिन उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है।
मेंथी
मेथी के पत्ते और बीज भी मधुमेह को नियंत्रित करने में सहायक माने जाते हैं। मेथी में फाइबर और अमीनो एसिड भरपूर मात्रा में होते हैं। ये तत्व शरीर में कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को धीमा करते हैं और रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।