गुरुग्राम, 18 जुलाई (हि.स.)। राजस्व रिकार्ड में जाटौली गांव का नाम अब पटल पर आ गया है। जाटौली को अब पटौदी और हेलीमंडी से अलग दर्शाया गया है। गांव के मौजिज व्यक्तियों ने डीसी निशांत कुमार यादव का आभार व्यक्त किया है।
लघु सचिवालय सभागार में आयोजित किए गए समाधान शिविर में जाटौली गांव के मौजिज व्यक्तियों ने बताया कि पटौदी नगर परिषद की हद का विस्तार होने के कारण उनके गांव को सरकारी रिकॉर्ड में दर्शाया नहीं जा रहा था। ग्रामवासियों ने इस संदर्भ में डीसी निशांत कुमार यादव के समक्ष गुहार लगाई थी। जिसके परिणामस्वरूप अब जाटौली के नाम को राजस्व रिकार्ड में अलग से दर्ज कर लिया गया है। ग्रामीणों ने इसके लिए डीसी का आभार व्यक्त किया। इसके अलावा ग्रामवासियों ने बताया कि गांव में पंचायती भूमि पर स्थापित एक निजी शिक्षण संस्थान बंद होने के कगार पर है। इसका सरकार से अधिग्रहण करवाया जाए। डीसी ने आश्वासन दिया कि इस मामले में शिक्षा विभाग से सलाह लेकर उचित कार्यवाही की जाएगी।
समाधान शिविर में गांव धनवापुर निवासी प्रदीप कुमार ने शिकायत रखी थी कि खेत में बिजली की लाइन को शिफ्ट करवाने के लिए उसने दो साल पहले बिजली वितरण निगम के कार्यालय में राशि जमा करवाई थी। जिस पर कोई काम नहीं हुआ। डीसी ने निगम अधिकारियों को तत्काल यह लाइन खेत से हटवाने के निर्देश दिए थे। प्रदीप ने आज बताया कि उसका कार्य हो गया है। शिविर में 79 शिकायतों की सुनवाई की गई। जिनमें से 33 का निपटारा कर दिया गया है। इस अवसर पर नगराधीश कुंवर आदित्य विक्रम, ओएसडी प्रीति रावत, एसीपी सुशीला सहित अनेक अधिकारी मौजूद रहे।