नोएडा के कई नामी स्कूलों ने आरटीई के तहत एडमिशन नहीं लिए हैं। जिसके बाद अब उनकी मान्यता खतरे में है। गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन नोएडा के 12 नामी स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने जा रहा है। जिसके लिए जिलाधिकारी ने तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है।
नोएडा स्कूल: शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत दाखिला देने से इनकार करने वाले एनसीआर के 12 निजी स्कूलों की मान्यता रद्द हो सकती है। गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी ने एक कमेटी गठित कर ऐसे स्कूलों की मान्यता रद्द करने की कार्रवाई के आदेश दिए हैं। अगर कमेटी आरटीई के उल्लंघन के आरोप का सामना कर रहे स्कूलों के खिलाफ रिपोर्ट देती है तो उनकी मान्यता रद्द हो सकती है।
रिपोर्ट के मुताबिक, बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल पंवार ने गौतमबुद्ध नगर जिले के डीएम मनीष कुमार वर्मा को आरटीई के तहत एडमिशन न लेने वाले स्कूलों के बारे में जानकारी दी थी। जिसके बाद डीएम ने मान्यता रद्द करने के लिए कमेटी गठित करने के आदेश दिए हैं। कमेटी की रिपोर्ट शासन को भी भेजने के निर्देश हैं। यह कमेटी एसडीएम वेद प्रकाश पांडे की अध्यक्षता में गठित की गई है। जिसमें जिला दिव्यांग अधिकारी आशीष कुमार और कुमारी मायावती इंटर कॉलेज की प्रिंसिपल छवि सिंह शामिल हैं। कमेटी ने स्कूलों को नोटिस भेजा है।
इन स्कूलों पर लटकी तलवार
जिन स्कूलों पर मान्यता रद्द होने का खतरा मंडरा रहा है, उनमें बाल भारती पब्लिक स्कूल, द मिलेनियम स्कूल, रामाज्ञा स्कूल, राघव ग्लोबल स्कूल, शिव नादर स्कूल, फॉर्च्यून वर्ल्ड स्कूल, नोएडा का आर्मी पब्लिक स्कूल और दरबारी लाल फाउंडेशन स्कूल, दिल्ली पब्लिक स्कूल, ऑक्सफोर्ड ग्रीन पब्लिक स्कूल और ग्रेटर नोएडा का संस्कार रोजा जलालपुर शामिल हैं।
केवल 2500 बच्चों का प्रवेश
गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा के जिन स्कूलों को नोटिस भेजा है, उन्होंने चार महीने बाद भी आरटीई के तहत एक भी एडमिशन नहीं लिया है। आरटीई के तहत नोएडा के निजी स्कूलों में 5061 सीटों पर एडमिशन होने हैं। लेकिन चार चरणों के बाद भी सिर्फ 25,00 छात्रों को ही एडमिशन मिल पाया है।