रायबरेली, 17 जुलाई (हि.स.)। ग्राम विकास अधिकारी की सरकारी लॉग इन आईडी को फर्जी तरीके से हथियाकर बड़े पैमाने पर जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने का सनसनीखेज मामला बुधवार को सामने आया है। इनमें अधिकतर दूसरे राज्य के लोगों को प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं। इस मामले में ग्राम विकास अधिकारी ने कोतवाली में तहरीर देकर आरोपित के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करने की मांग की है।
सलोन विकास खंड में विजय सिंह ग्राम विकास अधिकारी के पद पर तैनात है। जिनकों ग्राम पंचायत नुरुद्दीनपुर, लहूरेपुर, गोपालपुर, सिरसिरा, गढ़ी इस्लाम नगर, काजू जलालपुर, सांडा सैदन, औनानीस, माधवपुर निनैया, पृथ्वीपुर सहित पाल्हीपुर गांव की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। ग्राम विकास अधिकारी ब्लॉक स्थित रियाज खान के मकान में किराए का कमरा लेकर रहते थे। वे अपने मकान की आलमारी में सरकारी अभिलेख व महत्वपूर्ण सरकारी दस्तावेजों को रखते थे।
ग्राम विकास अधिकारी विजय सिंह ने कोतवाली में तहरीर देकर बताया कि मकान मालिक के लड़के मोहम्मद जिशान खान की कस्बे में ही जन सेवा केंद्र व फोटो कॉपी की दुकान है। जहां से वह अपनी सरकारी आईडी से जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र के आवेदनों का सत्यापन और सरकारी कार्यों को निस्तारित किया करते थे। जिशान ने उनकी सरकारी आईडी व पासवर्ड की धोखे से प्रतिलिपि बना ली थी। सरकारी आईडी का गलत तरीके से प्रयोग कर लगभग 25 से 30 हजार संदिग्ध लोगों का फर्जी जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिए हैं। जारी हुए प्रमाण पत्रों में अन्य जनपद व प्रान्त के बताए जा रहे हैं, जिनको फर्जी तरीके से जन्म प्रमाण पत्र जारी किया गया है। फर्जी प्रमाण पत्र जारी होने से देश की सुरक्षा, अखंडता और संप्रभुता का खतरा बना हुआ है। आरोप है कि कई बांग्लादेशियों को भी प्रमाणपत्र जारी किए गए हैं।
विहिप के जिलाध्यक्ष विवेक सिंह ने प्रशासन से मांग की है कि इसकी विस्तृत जांच की जाय,क्योंकि देश की संप्रुभता से खिलवाड़ किया गया है। पुलिस के अनुसार जांच की जा रही है।