बारिश का मौसम खुशियाँ तो लेकर आता है, लेकिन आँखों के लिए थोड़ा तकलीफ़देह भी हो सकता है। इस मौसम में कंजक्टिवाइटिस या पिंक आई इंफेक्शन होने का ख़तरा ज़्यादा रहता है। कंजक्टिवाइटिस एक आम आँख का संक्रमण है, जो वायरस, बैक्टीरिया या एलर्जी के कारण हो सकता है। इसमें आँखें लाल हो जाती हैं, खुजली होती है और आँखों से पानी निकलता रहता है।
मानसून के मौसम में आंखों में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। बारिश का पानी गंदा हो सकता है, जिसमें बैक्टीरिया और वायरस हो सकते हैं। नमी बढ़ने से भी आंखों में संक्रमण हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि बारिश के मौसम में अपनी आंखों का खास ख्याल रखा जाए। आइए जानते हैं कुछ आसान उपायों के बारे में जिन्हें अपनाकर आप कंजक्टिवाइटिस से बच सकते हैं।
बार-बार हाथ धोना
सबसे महत्वपूर्ण उपाय है। आँखों को छूने से पहले और बाद में कम से कम 20 सेकंड तक साबुन और पानी से हाथ धोएँ।
आँखों को न छुएं।
हाथों पर बैक्टीरिया और वायरस मौजूद हो सकते हैं, जो आंखों में जाकर संक्रमण का कारण बन सकते हैं। इसलिए आंखों को छूने से बचें। अगर आपको खुजली महसूस हो रही है, तो आंखों के आसपास ठंडा कपड़ा रखें।
व्यक्तिगत वस्तुएँ साझा न करें जैसे
तौलिया, रूमाल, आंखों का मेकअप आदि दूसरों के साथ साझा न करें। इससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
कॉन्टैक्ट लेंस का उपयोग सावधानी से करें
अगर आप कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करते हैं, तो उन्हें साफ रखना बहुत ज़रूरी है। लेंस को छूने से पहले और बाद में अपने हाथ धोएं। लेंस सॉल्यूशन को नियमित रूप से बदलें और निर्धारित समय से ज़्यादा समय तक लेंस न पहनें।
धूप के चश्मे पहने:
धूप में बाहर जाते समय धूप का चश्मा पहनें। इससे आपकी आंखें धूल और प्रदूषण से सुरक्षित रहेंगी।
कम मेकअप का प्रयोग करें:
मानसून के दौरान कम वाटरप्रूफ और ऑयल-फ्री मेकअप का इस्तेमाल करें। सोने से पहले मेकअप हटाना न भूलें।
अपनी आँखों की सफ़ाई का ध्यान रखें
दिन में दो बार अपनी आंखों को साफ पानी से धोएं। ऐसा करने से धूल और गंदगी दूर हो जाएगी।
अगर आपकी आंखों में लालिमा, खुजली या जलन महसूस हो तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें। खुद से आंखों में किसी भी तरह की दवा लगाने से बचें। इन आसान उपायों को अपनाकर आप मानसून में कंजक्टिवाइटिस से बच सकते हैं और अपनी आंखों को स्वस्थ रख सकते हैं।