जम्मू कश्मीर: जम्मू-कश्मीर अब बड़ा निवेश केंद्र बन गया है. जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद पूर्व श्रीलंकाई क्रिकेटर मुथैया मुरलीधरन भी जम्मू-कश्मीर सरकार की नई औद्योगिक नीति से प्रभावित नजर आ रहे हैं. उन्हें कठुआ के भागथली इलाके में एक शीतल पेय कंपनी के लिए लगभग 25 एकड़ (205 कनाल) जमीन आवंटित की गई है। इससे पहले मुरलीधरन को उनकी कंपनी को कर्नाटक में मुथैया बेवरेजेज एंड कन्फेक्शनर्स का प्लांट लगाने के लिए जमीन आवंटित की गई है।
मुरलीधरन ने जम्मू-कश्मीर में करीब 1642 करोड़ रुपये का निवेश कर यहां प्लांट लगाने की तैयारी दिखाई है। आपको बता दें कि नई औद्योगिक नीति के चलते जम्मू-कश्मीर का कठुआ जिला औद्योगिक केंद्र बनने जा रहा है. जिसके फलस्वरूप कई बदलाव देखने को मिल रहे हैं।
भूमि का आवंटन ऑनलाइन किया गया
पूर्व क्रिकेटर मुरलीधरन ने जम्मू-कश्मीर में जमीन आवंटन के लिए जनवरी में ऑनलाइन आवेदन किया था. इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद वह 3 महीने में कई बार जमीन देखने आए. पंजाब सीमा के निकट भागथली गांव को औद्योगिक क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। जहां कई इच्छुक लोग अब कश्मीर में निवेश कर रहे हैं.
नवीन औद्योगिक क्षेत्र में भूमि आवंटन
श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर मुथैया मुरलीधरन कठुआ में 1642 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रहे हैं। नये औद्योगिक क्षेत्र में उन्हें जमीन आवंटित कर दी गयी है और डीड की प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्लांट के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया चल रही है. करीब तीन माह पहले यहां निवेश के संबंध में पूरी जानकारी लेने आए थे। इसके साथ ही वे सरकार की औद्योगिक नीति से भी काफी प्रभावित थे।
लाखों को रोजगार मिलेगा
जम्मू-कश्मीर में कंपनियों के निवेश से 5 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा. एक रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार को जम्मू-कश्मीर के जम्मू संभाग में 1902 आवेदन मिले हैं और इनमें से ज्यादातर कठुआ जिले के लिए हैं, क्योंकि यह जिला पंजाब और हिमाचल से जुड़ा हुआ है. तो कश्मीर विभाग में 5000 से ज्यादा आवेदन आ चुके हैं. इनमें से अधिकतर आवेदन छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों द्वारा किए गए हैं।