शनि देव: ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को कर्मफल दाता और क्रूर ग्रह माना जाता है जो लोगों को उनके कर्म के अनुसार फल देता है। शनिदेव को कलियुग का न्यायाधीश भी कहा जाता है।
यदि जन्म कुंडली में शनि की स्थिति मजबूत हो तो व्यक्ति को खूब सफलता मिलती है। साथ ही शनि की खराब स्थिति जीवन में बड़ी परेशानियां खड़ी कर देती है। शनिवार के दिन शनिदेव से जुड़े कुछ उपाय करने से शुभ फल मिलते हैं।
शनिवार के दिन सुंदरकांड या हनुमान चालीसा का पाठ करना बहुत शुभ होता है। इससे शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है। उनकी कृपा से सभी कठिनाइयां दूर हो जाती हैं। इस दिन सूर्यास्त के बाद हनुमानजी की पूजा करनी चाहिए।
शनिदेव की पूजा में सिन्दूर, सरसों या काले तिल के तेल का प्रयोग करना चाहिए। इस दिन भगवान शनिदेव की पूजा तेल का दीपक जलाकर और उन्हें नीले फूल चढ़ाकर करें।
शनिवार के दिन काली गाय की सेवा करने से भी शनिदोष दूर होता है। काली गाय के सिर पर तिलक करें और उसके सींग में कलावा बांधें और धूप-आरती करें और उसे घास खिलाने से शनिदेव की कृपा जल्दी मिलती है।
शनिवार के दिन स्नान करने के बाद भगवान शनिदेव की मूर्ति के सामने पंचोपचार विधि से पूजा करें। इसके बाद शनि के किसी एक मंत्र का रुद्राक्ष की माला से कम से कम पांच बार जाप करें। इससे घर में सुख-समृद्धि आती है।
शनिवार के दिन बरगद और पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए। शनिदेव को दूध और धूप आदि अर्पित करें। इस उपाय से शनि की स्थिति में सुधार होता नजर आ रहा है।
शनिवार के दिन घर में शमी का पौधा लगाना बहुत शुभ माना जाता है। शनिदेव को यह पौधा बहुत प्रिय है। इस पौधे को लगाने से घर के सदस्यों पर भगवान शनिदेव की कृपा बनी रहती है।