शरीर में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने से हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी घातक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। यहां बताया गया यह फल इसे प्राकृतिक रूप से नियंत्रित करने में काफी मददगार साबित होता है।
रक्त में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का होना ज़रूरी है। लेकिन अगर इसकी मात्रा 100 mg/dL से ज़्यादा है, तो धमनियों में ब्लॉकेज का ख़तरा बढ़ जाता है। जिसकी वजह से हार्ट अटैक और स्ट्रोक हो सकता है।
कैसे पता करें कि एलडीएल कोलेस्ट्रॉल बढ़ गया है? शरीर में गंदी चर्बी बढ़ने पर कई तरह के लक्षण देखने को मिलते हैं। इनमें मुख्य रूप से जी मिचलाना, शब्दों का स्पष्ट उच्चारण करने में दिक्कत, थकान, हाथ-पैरों का सुन्न होना, सीने में दर्द, थकान और पलकों पर पीली चर्बी जमा होना शामिल हैं।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण
शरीर में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं, जिसमें खान-पान की अहम भूमिका होती है। जहां गलत खान-पान की आदतें कोलेस्ट्रॉल को प्लाक में बदल देती हैं, वहीं स्वस्थ खान-पान की आदतों से इससे छुटकारा पाने की भी संभावना है।
कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करेगा ये एक फल
रोज़ाना सेब खाने से कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। सेब पोषक तत्वों से भरपूर फल है, जिसमें कॉपर, विटामिन के और विटामिन ई के साथ-साथ आपकी दैनिक ज़रूरत का 10 प्रतिशत विटामिन सी होता है।
कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए 2 सेब खाएं
2020 में अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार , ब्रिटेन और इटली के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि दिन में दो सेब खाने से कोलेस्ट्रॉल के स्तर को काफी कम किया जा सकता है।
सेब खाने से जानलेवा बीमारियों से बचा जा सकता है
रोजाना एक सेब खाना दिल को स्वस्थ रखने के लिए अच्छी आदत है क्योंकि इसमें मौजूद पेक्टिन न केवल कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है, बल्कि सेब में मौजूद पॉलीफेनॉल्स को रक्तचाप को कम करने और स्ट्रोक के जोखिम को कम करने से जोड़ा गया है। सेब में एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होता है जो अल्जाइमर के जोखिम को कम करता है