मंत्री बनीं बीजेपी सांसद जलालिना अकलाया ने पार्टी को ही दलित विरोधी बता दिया

रमेश जिगाजिनागी ने पार्टी को दलित विरोधी बताया: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के एक सांसद ने कर्नाटक में मंत्री पद नहीं मिलने पर पार्टी के खिलाफ खुलकर नाराजगी जाहिर की है. बीजेपी सांसद रमेश जिगाजिनागी ने दावा किया है कि ज्यादातर केंद्रीय मंत्री ऊंची जाति से हैं. जबकि दलितों को किनारे कर दिया गया है. 

कई लोगों ने मुझे बीजेपी में शामिल न होने की सलाह दी

रमेश जिगाजिनागी (रमेश जिगाजिनागी) ने मंगलवार (9 जुलाई) को मीडिया से बात करते हुए कहा कि ‘कई लोगों ने मुझे बीजेपी में शामिल नहीं होने की सलाह दी क्योंकि यह (पार्टी) दलित विरोधी है।’ साथ ही जब बीजेपी सांसद से पूछा गया कि क्या आप कैबिनेट मंत्री बनना चाहते हैं? इस सवाल का जवाब देते हुए रमेश जिगाजिनागी ने कहा कि ‘मुझे केंद्रीय मंत्री पद मांगने की कोई जरूरत नहीं है, लोगों का समर्थन मेरे लिए जरूरी है, लेकिन जब मैं (चुनाव के बाद) वापस आया तो लोगों ने मुझे बहुत डांटा. कई दलितों ने मुझसे तर्क दिया कि भाजपा दलित विरोधी है और मुझे पार्टी में शामिल होने से पहले यह पता होना चाहिए था।

 

सभी ऊंची जातियों के पास कैबिनेट पद हैं 

इसके अलावा बीजेपी नेता ने कहा कि ‘मेरे जैसा दलित एकमात्र व्यक्ति है जिसने दक्षिण भारत में 7 चुनाव जीते हैं. सभी उच्च वर्ग के लोग कैबिनेट पदों पर हैं।’ आगे बोलते हुए रमेश जिगाजिनागी ने सवाल किया कि क्या दलितों ने कभी बीजेपी का समर्थन नहीं किया? मैं इस बात से बहुत दुखी हूं.’ बता दें कि 72 वर्षीय रमेश जिगाजिनागी पहली बार 1998 के लोकसभा चुनाव में विजेता बने थे और तब से उन्होंने सभी चुनाव जीते हैं।