हिसार : लुवास ने जागरूकता कैंप में विद्यार्थियों को दी जूनोटिक बीमारियों की जानकारी

हिसार, 9 जुलाई (हि.स.)। जानवर या कीड़ों के माध्यम से होने व फैलने वाले रोग यानी ज़ूनोसिस रोगों की व्यापकता और विविधता न सिर्फ भारत में, बल्कि दुनिया के कई हिस्सों में प्रमुख स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक है। इनकी रोकथाम और नियंत्रण के लिए सार्वजनिक जागरूकता, स्वास्थ्य शिक्षा और प्रभावी टीकाकरण कार्यक्रम आवश्यक हैं।
इस प्रयास के तहत लोगों में जूनोसिस रोगों के प्रति जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से हर साल 6 जुलाई को विश्व जूनोसिस दिवस मनाया जाता है।

इसी कड़ी में लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. विनोद कुमार वर्मा के मार्गदर्शन में विभागाध्यक्ष डॉ. राजेश खुराना एवं डॉ. राजेश छाबड़ा के सहयोग से वैज्ञानिक डॉ. विजय जाधव, डॉ. जीनु मनोज व डॉ. विनय चहल ने मंगलवार को जिले के गांव तलवंडी रुक्का स्थित गवर्नमेंट गर्ल्स स्कूल में जागरूकता अभियान के तहत जानकारी दी। इस अवसर पर विशेषज्ञों ने बच्चों को जुनोसिस रोग के प्रति जागरूक किया गया। उन्होंने बताया कि जूनोसिस रोगों की श्रेणी में वे रोग आते हैं, जो पशुओं से मनुष्यों में फैलते हैं। इन रोगों के फैलने के मुख्य कारणों की बात करें तो पशुओं के साथ सीधे संपर्क, दूषित पानी और भोजन और मच्छरों या टिक्स जैसे कीट के काटने से यह रोग फैलते हैं। जुनोसिस रोग अनेक प्रकार के होते हैं जो वायरस, बैक्टीरिया, फंगस और परजीवी के कारण फैलते हैं। विशेषज्ञों ने व्याख्यान के बाद प्रश्नोत्तरी सेशन भी रखा जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़ कर सवाल जवाब किए। लुवास वैज्ञानिकों के इस जागरूकता अभियान के तहत किए गए प्रयासों के लिए स्कूल प्रशासन ने वैज्ञानिकों का धन्यवाद किया।