सागरः कमिश्नर-कलेक्टर के साथ ग्राम मेहर पहुंचे विधायक लारिया, उल्टी-दस्त प्रभावित परिवारों से की चर्चा

सागर, 9 जुलाई (हि.स.)। नरयावली विधायक प्रदीप लारिया मंगलवार को संभागीय कमिश्नर डॉ. वीरेंद्र सिंह रावत, कलेक्टर दीपक आर्य के साथ नरयावली विधानसभा क्षेत्र के ग्राम मेहर पहुंचे, जहाँ उन्होंने विगत दिवस उल्टी दस्त प्रभावित परिवारों से चर्चा की एवं अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। इस अवसर पर एसडीएम विजय डेहरिया, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ममता तिमोरे, पीएचई के अधिकारी हेमंत कश्यप सहित अन्य अधिकारी, डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ मौजूद था।

विधायक प्रदीप लारिया ने ग्रामवासियों से कहा कि आप सभी चिन्ता न करें। आपके साथ शासन प्रशासन हमेशा खड़ा है। ग्राम के सभी जल स्रोतों की जांच कराई जाएगी एवं अतिरिक्त नलकूप खनन भी कराया जाएगा। कमिश्नर डॉ. वीरेंद्र सिंह रावत ने कलेक्टर दीपक आर्य के साथ संपूर्ण ग्राम का भ्रमण किया एवं जिस ट्यूबवेल के पानी से उल्टी दस्त होना बताया गया, उसको देखा एवं आवश्यक जानकारी प्राप्त की। उन्होंने तत्काल प्रभाव से अतिरिक्त नलकूप खनन करने की निर्देश दिए।

उन्होंने संपूर्ण ग्राम में कीटनाशक दवाओं के लगातार छिड़काव करने के भी निर्देश दिए। साथ ही कहा कि तत्काल प्रभाव से अलग से पेयजल सप्लाई की जावे और पानी की जांच की जाए। उन्होंने आंगनवाड़ी, आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से संपूर्ण ग्राम में सर्वे एवं आवश्यक दवाओं का वितरण करने के निर्देश भी दिए और कहा कि जब तक मेहर ग्राम की स्थिति सामान्य नहीं होती तब तक यहां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चार डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ एवं दो एंबुलेंस 24 घंटे उपलब्ध रहे एवं आवश्यकता पड़ने पर तत्काल जिला चिकित्सालय या बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में रेफर करें।

कमिश्नर डॉ. रावत ने कलेक्टर आर्य को निर्देश दिए कि आवश्यकता पड़ने पर निजी चिकित्सालय में भी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। निजी चिकित्सालय एवं जिला चिकित्सालय बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में अलग से वार्ड एवं पलंग तैयार रखें। उन्होंने कहा कि मेहर ग्राम से पीड़ित व्यक्ति यदि किसी भी अस्पताल में पहुंचता है उसका तत्काल अच्छे से अच्छा इलाज किया जाए और संपूर्ण जानकारी कलेक्टर को उपलब्ध कराएं।

विधायक प्रदीप लारिया, कमिश्नर डॉ. रावत, कलेक्टर आर्य एवं अन्य अधिकारियों ने ग्राम मेहर में बनी अस्थाई अस्पताल का भी निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिए कि अस्थाई अस्पताल में 24 घंटे डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, मेडिसिन के साथ उपलब्ध रहे। किसी भी आपात स्थिति में तत्काल एंबुलेंस के माध्यम से जिला चिकित्सालय या बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज रेफर करें। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य सर्वजीत सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मौजूद थे।