डीएफएस सचिव ने कहा-हाशिए पर पड़े वर्गों की बैंकिंग जरूरत पूरा करे निजी क्षेत्र के बैंक

नई दिल्‍ली, 09 जुलाई (हि.स.)। वित्‍तीय सेवा विभाग (डीएफएस) के डीएफएस सचिव डॉ विवेक जोशी ने मंगलवार को यहां निजी क्षेत्र के बैंकों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वित्तीय समावेशन योजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक की। डॉ. जोशी ने निजी बैंकों से हाशिए पर पड़े वर्गों की सेवा करने और उनकी बैंकिंग जरूरतों को पूरा करने पर अधिक जोर देने का आह्वान किया।

वित्त मंत्रालय ने जारी बयान में कहा कि वित्‍तीय सेवा विभाग सचिव डॉ विवेक जोशी की अध्‍यक्षता में नई दिल्ली में निजी क्षेत्र के बैंकों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक हुई। इस बैठक में पीएम स्वनिधि, पीएम विश्वकर्मा और जन समर्थ पोर्टल सहित वित्तीय समावेशन योजनाओं की प्रगति और प्रदर्शन की समीक्षा की गई।

मंत्रालय ने बताया कि इस बैठक के दौरान डॉ जोशी ने प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई), प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई), प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई), अटल पेंशन योजना (एपीवाई), प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई), स्टैंड अप इंडिया, पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि), पीएम विश्वकर्मा आदि सहित विभिन्न वित्तीय समावेशन योजनाओं के तहत प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने बैंकों की शाखाएं खोलने और बैंक रहित गांवों में बैंकिंग संवाददाताओं (बीसी) की तैनाती की प्रगति की भी समीक्षा की गई।

डॉ जोशी ने सरकार की विभिन्न प्रमुख योजनाओं के माध्यम से देश में सामाजिक सुरक्षा के विस्तार और वित्तीय समावेशन को मजबूत करने में हुई महत्वपूर्ण प्रगति को रेखांकित किया। उन्होंने वित्तीय समावेशन को मजबूत करने के लिए निजी बैंकों द्वारा की गई प्रगति पर विस्तार से चर्चा की और उनसे वित्तीय समावेशन योजनाओं में अपनी भागीदारी बढ़ाने का आग्रह किया। डॉ जोशी ने निजी बैंकों से समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों की सेवा करने और उनकी बैंकिंग जरूरतों को पूरा करने पर अधिक जोर देने का आह्वान किया।

इस बैठक के दौरान जन समर्थ पोर्टल की विशेषताओं पर एक विस्तृत प्रस्तुति भी दी गई, जिसमें डॉ जोशी ने जन समर्थ पोर्टल के महत्व पर प्रकाश डाला, जो केंद्र सरकार की क्रेडिट-लिंक्ड योजनाओं की जानकारी एक ही मंच पर प्रस्तुत करता है। यह मंच ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाता है और ग्राहकों को जोड़ने में बैंकों की सहायता करता है।
हिन्‍दुस्‍थान समाचार/प्रजेश शंकर