Indian Passport Holders: बड़ी खबर! इस देश ने भारतीय पासपोर्ट धारकों के लिए जारी किए नए नियम, नहीं किया पालन तो लगेगा 1 लाख रुपये से ज्यादा का जुर्माना

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने हवाई यात्रा करने वाले भारतीय यात्रियों के लिए नियमों में बदलाव की घोषणा की है। अब नियमों को और भी सख्त कर दिया गया है। नए नियमों के मुताबिक दुबई-अबू धाबी जाने वाले पर्यटकों के बैंक खाते में 60 हजार रुपये होने चाहिए या फिर उनके पास क्रेडिट कार्ड और वापसी का टिकट होना जरूरी है।

जो यात्री इन दोनों शर्तों को पूरा नहीं करेंगे, उन्हें दुबई और अबू धाबी एयरपोर्ट से ही वापस भारत भेज दिया जाएगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हाल ही में 10 भारतीयों को वापसी का टिकट न होने की वजह से यूएई से भारत भेजा गया है।

यूएई इमिग्रेशन का कहना है कि नए नियमों के ज़रिए टूरिस्ट वीज़ा का दुरुपयोग रोका जा सकेगा। दरअसल, कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां लोग टूरिस्ट वीज़ा पर दुबई-अबू धाबी जाते हैं और वहां काम करने लगते हैं। इसके अलावा, कुछ लोगों के पास दुबई-अबू धाबी से लौटने के लिए पैसे नहीं होते, जिसके चलते उन्हें वापस भेज दिया जाता है।

दुबई इमिग्रेशन के नए दिशानिर्देश

  • एक महीने की यात्रा के लिए 60 हजार से अधिक का बैंक बैलेंस
  • एक महीने से अधिक की यात्रा के लिए 1 लाख से अधिक का बैंक बैलेंस और क्रेडिट कार्ड
  • होटल आरक्षण दस्तावेज, खर्च के लिए लगभग 1.3 लाख रुपये का वित्तीय बफर
  • वीज़ा और वापसी टिकट
  • नियमों का पालन न करने वालों पर लग सकता है 1 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना

पर्यटकों के पास बैंक बैलेंस दिखाने वाला दस्तावेज़ होना चाहिए

पर्यटन के लिए दुबई और अबू धाबी जाने वाले यात्रियों के पास वीजा के अलावा यात्रा से जुड़े जरूरी दस्तावेज और बैंक बैलेंस दिखाने वाला दस्तावेज भी होना चाहिए। इसके अलावा होटल आरक्षण का दस्तावेज भी होना चाहिए।

अगर यात्री किसी रिश्तेदार से मिलने जा रहा है तो उसे रिश्तेदार का पता, फोन नंबर समेत अन्य ब्योरा देना होगा।

पहली बार यात्रा करने वालों पर कड़ी निगरानी

तमिलनाडु और केरल से पहली बार दुबई और अबू धाबी जाने वाले पर्यटकों की कड़ी जांच की जाएगी। दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केरल के कोट्टायम और इडुक्की जिलों के कुछ यात्रियों को हाल ही में यूएई से वापस भेजा गया था। उनके पास यात्रा से जुड़े जरूरी दस्तावेज नहीं थे।

नए नियमों से जुड़ी गाइडलाइन एयरलाइंस को दे दी गई है। अब एयरलाइंस के लिए यह सत्यापित करना ज़रूरी होगा कि अकेले यात्रा करने वाले युवा (20-35 वर्ष की आयु वाले), ख़ासकर युवतियां नए नियमों का पालन कर रही हैं।

इसके अलावा अगर यात्री बिना उचित दस्तावेजों के यूएई में उतरते हैं तो एयरलाइन कंपनियां जिम्मेदार होंगी। कंपनी पर जुर्माना लगाया जाएगा।

नए नियमों के कारण भारतीय हवाई अड्डों पर देरी

यूएई इमिग्रेशन के नए नियमों का पालन करने के लिए भारतीय एयरपोर्ट पर चेकिंग तेज कर दी गई है। इसके चलते यात्रियों को फ्लाइट में चढ़ने में देरी का सामना करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा दिक्कतें केरल और तमिलनाडु के एयरपोर्ट पर आ रही हैं। लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए चेक-इन का समय बढ़ा दिया गया है, ताकि जांच के चलते फ्लाइट में देरी न हो।

यात्रियों को हो रही परेशानी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले दिनों सिर्फ वीजा और एयर टिकट लेकर एयरपोर्ट पहुंचे सैकड़ों यात्री उड़ान नहीं भर पाए। यात्रियों ने इमिग्रेशन अधिकारी को वीजा डिटेल्स, फोन नंबर और यूएई में रहने वाले रिश्तेदारों और दोस्तों के पते भी दिए, लेकिन उन्हें यात्रा करने की अनुमति नहीं दी गई। जिन यात्रियों की यात्रा रद्द हुई, उन्हें न तो कोई रिफंड दिया गया और न ही उन्हें यात्राएं फिर से तय करने की अनुमति दी गई।