पेपर लीक मामले में प्रदर्शन कर रहे एनएसयूआई और सछास के कार्यकर्ता हिरासत में

वाराणसी,08 जुलाई (हि.स.)। नीट-यूजी परीक्षा में अनियमितता के विरोध में समाजवादी छात्र सभा और नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ़ इंडिया (एनएसयूआई )के कार्यकर्ता मुखर है। सोमवार को दोनों छात्र संगठनों के लामबंद कार्यकर्ताओं ने पुन: नीट (री-नीट) परीक्षा की मांग कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गुरूधाम स्थित संसदीय कार्यालय का घेराव करना चाहा। यह देख मौके पर फोर्स के साथ मौजूद पुलिस अफसरों ने उन्हें रोक लिया। इससे नाराज कार्यकर्ताओं ने पुलिस अफसरों से नोकझोंक ,धक्कामुक्की के साथ सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं के उग्र तेवर को देख पुलिस बल ने उन्हें हिरासत में ले लिया। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को पकड़ कर वाहनों में भर दिया।

इस दौरान उग्र कार्यकर्ता बस में भी नारेबाजी करते रहे। एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष ऋषभ पाण्डेय और समाजवादी छात्र सभा के महानगर अध्यक्ष आयुष यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में लगातार छात्रों के साथ अन्याय हो रहा है। हम लोग इसके विरोध में वाराणसी में प्रधानमंत्री मोदी के जनसंपर्क कार्यालय पर री-नीट परीक्षा करने की मांग को लेकर ज्ञापन देने आए थे। पुलिस ने हमें वहां जाने से रोक दिया और हमें घसीटते हुए वाहन में भर दिया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि आज के समय में युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। जो भी प्रतियोगी परीक्षा आज हो रही है वह लीक हो जा रही है। भाजपा की सरकार पूरी तरह से विफल है। परीक्षा के लिए बेहतर कानून लाया जाए जिससे पेपर लीक बंद हो। और छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न होने पाए। उधर,एनएसयूआई ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा देश में अघोषित आपातकाल लागू हो चुका है, होना तो यह चाहिए था कि नीट पेपर लीक में एनटीए के ऊपर सुसंगत धारा में एफआईआर दर्ज करनी चाहिए थी पर विडंबना यह है कि एक तरफ सुप्रीम कोर्ट में नीट पर सुनवाई चल रही है । दूसरी तरफ एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी को गैर जमानती धारा लगाकर ओखला पुलिस स्टेशन में समन किया गया है।