खरगोन, 8 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, नई दिल्ली पर बैटल ऑनर डे- टाइगर हिल के अवसर पर ऑपरेशन विजय में टाइगर हिल पर कब्जे के दौरान अदम्य शौर्य, वीरता और साहस का परिचय देने वाले और राष्ट्र पर अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले बहादुर सैनिकों के सम्मान में एक भव्य पुष्पांजलि समारोह का आयोजन किया गया। गत 03 जुलाई को आयोजित इस समारोह की अध्यक्षता कारगिल युद्ध शहीद राजेंद्र कुमार यादव (सेना मेडल) की धर्मपत्नी एवं शहीद समरसता मिशन की मध्य प्रदेश संरक्षक वीरांगना प्रतिभा राजेंद्र यादव ने की।
वीरांगना प्रतिभा राजेंद्र यादव ने सोमवार को बातचीत में बताया कि पूरे देश में ’ऑपरेशन विजय’ की रजत जयंती समारोह को लेकर आयोजन किए जा रहे है। जिनके माध्यम से कारगिल युद्ध में अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर सैनिकों और उनके परिवारों को सर्वोच्च सम्मान प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ’एक सैनिक के साथ उसका पूरा परिवार शहीद होता है, लेकिन यह भी सच है कि सैनिकों की पत्नियां और माताएं इस पृथ्वी की सबसे शक्तिशाली महिलाएं होती हैं, जो सुहाग और लाल इस मातृभूमि पर वार देती है।
वीरांगना प्रतिभा यादव ने अपने संघर्ष के बारे में बताया कि शादी के महज दो साल बाद ही लांस नायक राजेंद्र कुमार यादव राष्ट्र पर न्योछावर हो गए थे। वह घर छुट्टी पर आए हुए थे, तब उन्हें ड्यूटी पर लौटने के लिए आर्डर मिला था। मुझे याद है कि इसके तीन दिन पहले ही मैंने उन्हें बताया था कि वह पिता बनने वाले हैं। तब उन्होंने मुझे कहा था कि एक सैनिक के परिवार को हमेशा हर परिस्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने मुझे युद्ध पर जाने से पहले कहा था कि होने वाली संतान चाहे बेटा हो या बेटी उसे राष्ट्र रक्षार्थ सेना में ही भेजना ताकि वो राष्ट्र सेवा की मेरी बाकी हसरत को पूरा कर सकें।
शहीद की बेटी भी कर रही राष्ट्र सेवा की तैयारी
वीरांगना प्रतिभा यादव ने बताया कि पति की शहादत के समय वे तीन माह गर्भ से थी, लेकिन दुख से ज्यादा गर्व महसूस कर रही थी। शहीद राजेंद्र कुमार यादव की पत्नी ने बेटी मेघा को जन्म दिया, जो आज अपने पिता के अधूरे सपनों को पूरा करने के लिए सेना में जाने की तैयारी कर रही है। वहीं खुद वीरांगना प्रतिभा यादव देश में सेना, शहीद और सैनिक परिवारों की सेवा और सम्मान के लिए कार्यरत शहीद समरसता मिशन से जुड़ी है और बतौर मध्य प्रदेश संरक्षक की भूमिका मध्य प्रदेश समेत पूरे देश में राष्ट्र सेवा के कार्यों में संलग्न है।
वीरांगना प्रतिभा यादव ने बताया कि शहीद समरसता मिशन से जुड़कर लगातार देश के सामाजिक समरसता, सेना के सम्मान, सैनिक, शहीद और उनके परिजनों को स्वजन जानकर उनकी सेवा के विभिन्न कार्य मिशन के राष्ट्रीय संयोजक और संस्थापक मोहन नारायण के नेतृत्व और मिशन के राष्ट्रीय संरक्षक, महामहिम राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रिटा) गुरमीत सिंह के मार्गदर्शन में किए जा रहे हैं। जिसके सुखद परिणाम समाज में दिखाई देने लगे हैं।