हरियाणा में खापाें की मांग, बंद हाें समगाैत्र शादियां, खत्म हाे लिव इन रिलेशन

चंडीगढ़, 8 जुलाई (हि.स.)। हरियाणा के खाप नेताओं ने समगौत्र शादियों के विरोध में कड़ा कानून बनाने की मांग ही है। वैवाहिक संबंधों को लेकर संघर्ष कर रहे सर्व जातीय सर्व खाप हरियाणा के प्रतिनिधियों का एक शिष्टमंडल सोमवार को मुख्यमंत्री नायब सैनी से मिला। खाप नेताओं ने हरियाणा में हजारों साल से चली आ रही सामाजिक मान्यताओं का हवाला देकर कहा कि वर्तमान हालातों में हिंदू मैरिज एक्ट में कई तरह के संशोधनों की जरूरत है।

इस बैठक में गठवाला खाप के राष्ट्रीय महासचिव अशोक मलिक, लव वंशीय खत्री खाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेंद्र खत्री, सिरोहा खाप प्रधान रणधीर सिरोहा, देशवाल खाप प्रधान संजय देशवाल, नांदल खाप प्रधान ओमप्रकाश नांदल, सैन समाज हरियाणा के प्रधान दिलबाग, ओमप्रकाश कंडेला व जगवंत हुड्डा प्रमुख रूप से मौजूद रहे। खाप नेताओं ने कहा कि आज के लडक़े-लड़कियां समगौत्र शादियों को बढ़ावा देते हुए एक ही गांव, पड़ोस के गांव में शादियां कर रहे हैं यह हरियाणा की पारंपरिक मान्यताओं के विरूद्ध है। हिंदू विवाह अधिनियम के माध्यम से मान्यताओं, जीवन शैली तथा प्रथाओं का हनन किया जा रहा है।

खाप नेताओं ने लिव इन रिलेशन के मुद्दे पर मुख्यमंत्री से आवाहन किया कि इसे तुरंत प्रभाव से खत्म करके हुए रोक लगाई जाए। हरियाणा आज लिव इन का चलन आम हो गया है और इस तरह से रहने वाले युवा असमय मौत का शिकार हो रहे हैं। हरियाणा में पिछले समय के दौरान ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिनमें लड़कियां गर्भवति होकर आत्महत्या कर रही हैं और लडक़े फरार हो जाते हैं।

प्रेम विवाहों पर आपत्ति जताते हुए खाप नेताओं ने कहा कि सरकार ऐसा कानून पास करे जिसमें माता-पिता की स्वीकृति को अनिवार्य किया जाए। माता-पिता की स्वीकृति के बगैर होने वाले प्रेम विवाह को मान्यता न दी जाए। मुख्यमंत्री नायब सैनी के साथ करीब एक घंटे तक चली इस बैठक में कई अन्य पहलूओं पर भी चर्चा हुई। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस मामले में एक कमेटी का गठन करकें जो वर्तमान हालातों को देखते हुए हिंदू मैरिज एक्ट का रिव्यू करेगी। इस कमेटी में अधिकारियों, कानून विशेषज्ञों के अलावा खाप नेताओं को भी शामिल किया जाएगा।