नई दिल्ली: पूंजी बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने देश में शीर्ष म्यूचुअल फंड अधिकारियों के मोबाइल फोन, आईपैड और लैपटॉप सहित डिजिटल उपकरणों की औचक जांच की है। यह तब सामने आया जब सेबी ने पिछले 12 महीनों में पांच म्यूचुअल फंडों की जांच की, सत्यापन के लिए कुछ शीर्ष अधिकारियों के मोबाइल फोन तक पहुंच बनाई।
इस संबंध में ऐसी खबरें आई हैं कि यह जांच क्वांट म्यूचुअल फंड में 28 जून को हुई तलाशी और जब्ती कार्रवाई से अलग है। रिपोर्ट में सूत्रों का हवाला देते हुए कहा गया है कि जिसे सेबी आंतरिक रूप से विषयगत निरीक्षण कहता है, उनमें ब्लॉक ट्रेड, समवर्ती ट्रेड, ब्रोकर संचार और कई म्यूचुअल फंड के रिकॉर्ड की जांच शामिल है।
इस डेटा को प्राप्त करने का उद्देश्य यह देखने के लिए पैटर्न का विश्लेषण करना है कि क्या कोई विसंगतियां या स्पष्ट रूप से संदिग्ध प्रथाएं हैं जिनके लिए आगे की जांच की आवश्यकता है।
सूत्रों का हवाला देते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि ये भौतिक निरीक्षण अघोषित हैं और इसमें आश्चर्य का तत्व शामिल है। एएमसी के एक अनाम शीर्ष व्यक्ति ने कहा, “जानकारी से वास्तविकता का पता चलता है।”
जिन लोगों को अपना फोन रीसेट करना है, वे पहले ही ऐसा कर चुके हैं। लेकिन भले ही आपके पास पेशेवर रूप से छिपाने के लिए कुछ भी न हो, व्यक्तिगत डिजिटल उपकरणों को सौंपना अपने आप में खेदजनक है।