नायडू का मास्टर प्लान, विपक्ष की जाति आधारित जनगणना की मांग

जाति जनगणना बनाम कौशल जनगणना: एक तरफ जहां INDI गठबंधन जाति आधारित जनगणना पर जोर दे रहा है, वहीं दूसरी तरफ आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने एक अलग तरह की जनगणना की वकालत की है. तेलुगु देशम पार्टी ने कौशल जनगणना शुरू करने का फैसला किया है। चंद्रबाबू नायडू सरकार आंध्र प्रदेश में कौशल सर्वेक्षण कराने जा रही है. 

पीपीपी मॉडल से नागरिकों को लाभ होगा 

चंद्रबाबू नायडू ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी सलाह मांगी है. उन्होंने कहा कि देश में लोगों के पास कितना कौशल है, इसका डेटा इकट्ठा किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल के विस्तार से देशवासियों का जीवन बेहतर होगा. 

मोदी सरकार 3.0 स्किलिंग और रोजगार पर ज्यादा जोर दे रही है. कुछ दिन पहले पीएम मोदी से मुलाकात के बाद तेलुगु देशम पार्टी प्रमुख ने कहा था कि आंध्र प्रदेश का विकास मेरी प्राथमिकता है. 

हमने किसी मंत्री पद की मांग नहीं की है 

इस बीच चंद्रबाबू नायडू ने कहा, ‘हमने केंद्र से किसी मंत्री पद की मांग नहीं की है. यहां तक ​​कि वाजपेयी के समय में भी हमने मंत्री पद नहीं मांगा था.’ जो भी पेशकश की गई, हमने उसे स्वीकार कर लिया।’ उन्होंने वाजपेयी के समय लोकसभा अध्यक्ष का पद स्वीकार करने की बात को याद करते हुए कहा, ‘मैंने गठबंधन के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने के लिए ही ऐसा किया था.’