PF Schemes : सरकारी कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, PF योजनाओं की ब्याज दर में इतनी बढ़ोतरी, जानें

वित्त मंत्रालय ने जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए केंद्र सरकार के कर्मचारियों के सामान्य भविष्य निधि (जीपीएफ) और अन्य समान भविष्य निधि योजनाओं के लिए 7.1% की ब्याज दर की घोषणा की है।

केंद्रीय कर्मचारियों के लिए खुशखबरी। वित्त मंत्रालय ने जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए केंद्रीय कर्मचारियों की सामान्य भविष्य निधि (जीपीएफ) और अन्य समान भविष्य निधि योजनाओं के लिए 7.1% की ब्याज दर की घोषणा की है।

वित्त मंत्रालय ने 3 जुलाई को जारी एक सर्कुलर में कहा, ‘जनरल प्रोविडेंट फंड और अन्य समान फंड के सब्सक्राइबर्स के खाते में जमा रकम पर 1 जुलाई 2024 से 30 सितंबर 2024 तक 7.1% की दर से ब्याज मिलेगा। यह दर 1 जुलाई 2024 से लागू होगी।

जुलाई-सितंबर तिमाही में जिन योजनाओं पर 7.1% की ब्याज दर दी गई, उनमें सामान्य भविष्य निधि (केंद्रीय सेवाएं), अंशदायी भविष्य निधि (भारत), अखिल भारतीय सेवा भविष्य निधि, राज्य रेलवे भविष्य निधि, सामान्य भविष्य निधि (रक्षा सेवाएं) और भारतीय आयुध विभाग भविष्य निधि शामिल हैं।

केंद्र सरकार ने जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) पर ब्याज दर 8.2% थी, जबकि राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) पर ब्याज दर 7.7% थी। इस नए फैसले से सरकारी कर्मचारियों को अपनी बचत पर बेहतर रिटर्न मिलेगा, जिससे उनकी वित्तीय स्थिति मजबूत होगी।

लघु बचत योजना पर ब्याज दर अपरिवर्तित

इससे पहले जुलाई-सितंबर 2024 के लिए छोटी बचत योजना पर ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया गया था। हालांकि, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) में निवेशकों को 8.2% की दर से ब्याज मिलेगा। इसके अलावा नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) पर 7.7% और मंथली इनकम अकाउंट स्कीम (MIS) पर 7.4% ब्याज दर दी जाएगी। सितंबर तिमाही के लिए पांच साल की RD पर 7.5% ब्याज दिया जाएगा। आपको बता दें कि केंद्रीय कर्मचारियों को मिलने वाली जनरल प्रोविडेंट फंड (GPF) और दूसरी प्रोविडेंट फंड स्कीम पर ब्याज दर वित्त मंत्रालय तय करता है।

जीपीएफ क्या है?

जीपीएफ सरकारी कर्मचारियों के लिए एक खास तरह की बचत योजना है, जिसे जनरल प्रोविडेंट फंड (GPF) कहा जाता है। सरकारी कर्मचारी हर महीने अपने वेतन का एक हिस्सा इस फंड में जमा कर सकते हैं। सरकार तिमाही आधार पर जमा राशि पर ब्याज दर तय करती है और खाते में ब्याज भी जमा होता है। कर्मचारी के रिटायरमेंट के समय जमा की गई पूरी राशि और उस पर ब्याज एक साथ दिया जाता है।