चंडीगढ़, 5 जुलाई (हि.स.)। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने भाजपा कार्यकाल में शुरू हुई पोर्टल व्यवस्था की सराहना करते हुए कहा है कि पोर्टल ने हरियाणा को नई पहचान दी है। पोर्टल के कारण आज प्रदेश के सरकारी दफ्तरों में जहां भ्रष्टाचार कम हुआ है, वहीं भर्ती रोको गैंग की टेंशन बढ़ी है।
नायब सैनी शुक्रवार को चंडीगढ़ में पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रहे श्याम सिंह राणा को भाजपा में शामिल करने के बाद प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए हुए कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।
इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के वरिष्ठ नेता रहे श्याम सिंह राणा को इनेलो ने दो दिन पहले ही रादौर से अपना उम्मीदवार घोषित किया था। श्याम सिंह राणा 2014 में भाजपा टिकट पर रादौर से विधायक बने थे। उन्हें मनोहर सरकार के पहले कार्यकाल में मुख्य संसदीय सचिव भी बनाया गया था। 2019 में श्याम सिंह राणा की टिकट भाजपा ने काट दी। उनकी जगह भाजपा से उस समय राज्य मंत्री कर्णदेव काम्बोज को चुनाव लड़वाया। 2019 के विधानसभा चुनाव में दोनों ही नेताओं को रादौर हलके से हार का सामना करना पड़ा। यहां से कांग्रेस उम्मीदवार बिशन लाल सैनी ने जीत हासिल की। श्याम सिंह राणा की भाजपा में ज्वाइन करवाते हुए सीएम नायब सिंह सैनी ने उन्हें पुराना भाजपाई और अपना दोस्ता बताया। नायब सैनी ने कहा कि पोर्टल के कारण बिचौलिये खत्म हुए हैं। कांग्रेस के राज में बिचौलियों का बोलबाला रहा है। कांग्रेस अपने बिचौलियों को बचाने के लिए पोर्टल को लेकर भ्रम पैदा कर रही है।
सीएम सैनी ने पूर्व विधायक श्याम सिंह राणा को भाजपा का पटका पहनाकर पार्टी में शामिल कराया। सदस्यता ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री ने श्याम सिंह राणा को अपना घनिष्ठ मित्र बताया और कहा कि सभी नए साथियों को भाजपा में पूरा मान और सम्मान मिलेगा। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि 2014 से पहले कांग्रेस की सरकार में भ्रष्टाचार और भेदभाव होता था। कांग्रेस शासनकाल में गरीब घर का युवा सरकारी नौकरी के बारे में सोच भी नहीं सकता था। गैस के एक सिलेंडर के लिए तीन-तीन दिनों तक लाइन में लगना पड़ता था। सैनी ने तंज कसते हुए कहा कि हुड्डा साहब को पोर्टल के कारण पेट में दर्द हो रहा है कि पोर्टल के जरिए लोगों को सीधा लाभ कैसे पहुंच रहा है।
इनेलो छोड़क़र भाजपा शामिल हुए पूर्व विधायक श्याम सिंह राणा ने कहा कि आज मैं सीएम सैनी की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुआ हूं और इनेलो से इस्तीफा दे रहा हूं। उन्होंने कहा कि नायब सिंह सैनी और वह एक ही टेबल पर बैठते थे और हम दोनों का राजनीतिक जीवन संघर्ष का रहा है। उन्होंने कहा कि संगठन जो भी जिम्मेदारी देगा उसे पूरी निष्ठा के साथ पूरा करेंगे।