भगवद गीता अध्ययन में इग्नू एमए कार्यक्रम: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने भगवद गीता में एक नया डिग्री पाठ्यक्रम शुरू किया है। छात्र शैक्षणिक सत्र 2024-2025 के लिए इग्नू से भगवद गीता अध्ययन में मास्टर डिग्री कार्यक्रम में प्रवेश ले सकते हैं। यह कोर्स जुलाई 2024 सत्र से ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग (ओडीएल) मोड में शुरू होगा। इग्नू ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट ignou.ac.in पर एक नोटिफिकेशन जारी कर यह जानकारी दी है.
इस सत्र में इग्नू ने भगवद गीता में एमए कार्यक्रम शुरू किया
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से विभिन्न स्नातक (यूजी) और स्नातकोत्तर (पीजी) कार्यक्रमों में डिग्री प्रदान करता है। इग्नू ने इस शैक्षणिक सत्र 2024-2025 का नोटिफिकेशन अपनी वेबसाइट पर जारी कर दिया है. इस सत्र में इग्नू ने भगवद गीता में एमए कार्यक्रम शुरू किया है। इससे पहले किसी भी यूनिवर्सिटी में श्रीमद्भगवत गीता डिग्री कोर्स को लेकर कोई डिग्री नहीं थी. हालांकि, डीयू, जेएनयू, बीएचयू समेत कई विश्वविद्यालयों में इसे वैकल्पिक विषय के तौर पर जरूर पढ़ाया जा रहा था।
इस प्रोग्राम का पूरा नाम एमए भगवद्गीता स्टडीज (एमए भगवद्गीता स्टडीज या एमएबीजीएस) है। प्रोफेसर देवेश कुमार मिश्रा ने कई विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और प्राचार्यों के मार्गदर्शन में इस पाठ्यक्रम को डिजाइन और विकसित किया है। साथ ही उन्हें इस कार्यक्रम का संयोजक भी बनाया गया है.
फिलहाल यह प्रोग्राम हिंदी माध्यम में उपलब्ध है
इग्नू एमए भगवत गीता अध्ययन कार्यक्रम में 500 सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। कार्यक्रम की अवधि 2 वर्ष होगी. इस कार्यक्रम में 80 क्रेडिट होंगे. फिलहाल यह प्रोग्राम हिंदी माध्यम में उपलब्ध है. लेकिन आने वाले वर्षों में इसे अंग्रेजी माध्यम में भी पढ़ाया जा सकता है. आधिकारिक वेबसाइट पर एक अधिसूचना जारी की गई है जिसमें कहा गया है कि सक्षम प्राधिकारी की मंजूरी के साथ एमए भगवद गीता अध्ययन (एमएबीजीएस) कार्यक्रम जुलाई 2024 सत्र से ओडीएल मोड के माध्यम से शुरू किया जाएगा।
एमए भगवद्गीता स्टडीज में कौन प्रवेश ले सकता है?
जिन उम्मीदवारों ने किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री या कोई समकक्ष पाठ्यक्रम पूरा कर लिया है, वे इस कार्यक्रम में प्रवेश ले सकते हैं। इच्छुक उम्मीदवार कार्यक्रम के लिए सभी पात्रता जानकारी के लिए वेबसाइट पर जारी अधिसूचना पढ़ सकते हैं।
ऐसी है फीस
इस मास्टर डिग्री कोर्स में पढ़ाई के लिए छात्रों को 6300 रुपये सालाना फीस जमा करनी होती है। इसका मतलब है कि आप 12,600 रुपये में भगवद गीता स्टडीज में मास्टर डिग्री प्राप्त कर सकते हैं।
कार्यक्रम का आवश्यक विवरण
– मोड- मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा
– स्कूल- मानविकी स्कूल
– अवधि- 2 वर्ष
– माध्यम- हिन्दी
– विशेषज्ञता- विशेषज्ञता
– विवरण- एमए भगवद गीता अध्ययन (एमएबीजीएस)
– योग्यता- किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री या उच्चतर डिग्री।
– शुल्क- 6300/- रुपये प्रति वर्ष और पंजीकरण/विकास शुल्क, जैसा लागू हो।
इग्नू में भगवद गीता अध्ययन कार्यक्रम शुरू करने का निर्णय इग्नू की 81वीं अकादमिक परिषद की बैठक के दौरान लिया गया था। फिर इस प्रोग्राम को साल 2024 के शैक्षणिक सत्र में लॉन्च किया गया. इसके साथ ही इग्नू ने 13 और नए प्रोग्राम कोर्स लॉन्च किए हैं जिनके बारे में उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।