रुद्रप्रयाग, 01 जुलाई (हि.स.)। पहाड़ों में मानसूनी बारिश ने आफत मचानी शुरू कर दी है। केदारघाटी में रविवार रात हुई बारिश के कारण केदारनाथ हाइवे फाटा के निकट डोलिया देवी में बंद हो गया, जिस कारण यहां पर घंटों तक वाहनों की आवाजाही बंद रही। हजारों की संख्या में यात्री केदारनाथ हाइवे के दोनों छोरों पर फंसे रहे। हालांकि बारिश बंद होने के बाद हाइवे को जेसीबी मशीन के जरिये खोला गया।
बरसात शुरू होते ही केदारनाथ हाइवे के डेंजर जोन से भूस्खलन होना शुरू हो गया है। रविवार रात केदारघाटी में जमकर बारिश हुई। बारिश के कारण हाइवे पर फाटा के निकट डोलिया देवी में पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर आ गये। इस कारण कुछ समय के लिए यात्रा भी बाधित हो गई। पुलिस की ओर से यात्री वाहनों को हाइवे के दोनों छोरों पर सुरक्षित रोका गया और बाद में बारिश रुकने पर हाइवे को वाहनों की आवाजाही के लिए खोला गया।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि केदारनाथ हाइवे के डोलिया देवी के पास बंद हुए राजमार्ग को खोलने के लिए समय से जेसीबी मशीनें भेज दी गई थीं। तेज बारिश के कारण हाइवे को जगह-जगह नुकसान पहुंच रहा है। एनएच विभाग की मशीनें हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। उन्होंने बताया कि देर रात बंद हुए राजमार्ग को सोमवार सुबह साढ़े दस बजे खोल दिया गया था।
जिला प्रशासन ने दिए सभी को अलर्ट रहने के निर्देश
मुख्य विकास अधिकारी डॉ जीएस खाती ने जानकारी देते हुए कहा कि मानसून सीजन को देखते हुए सभी अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने और बिना अनुमति के मुख्यालय न छोड़ने के भी निर्देश दिए गए हैं। आपदा प्रबंधन सहित राष्ट्रीय राजमार्ग, लोक निर्माण विभाग एवं पीएमजीएसवाई एवं संबंधित विभाग केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग सहित जनपद के सभी संवेदनशील, भूस्खलन क्षेत्र चिन्हित कर लिए गए हैं। मानसून अवधि में राजमार्ग एवं लिंक मार्गों में 34 जेसीबी मशीनें तैनात किए गए हैं। इसके अलावा अन्य अनिवार्य मशीनें भी विभिन्न स्थानों पर रिजर्व रखी गई हैं।
उन्होंने बताया कि आपातकाल स्थिति में बिना देरी के कार्रवाई के लिए रेस्क्यू टीमों का गठन भी कर लिया गया है। इसके अलावा चिह्नित स्थानों के समीप जेसीबी रखे गए हैं, ताकि त्वरित कार्रवाई की जा सके। सभी विभागों की ओर से 36 संवेदनशील स्थान चिह्नित किए गए हैं, जिनके लिए 34 जेसीबी, दो एक्सकेवेटर एवं एक लोडर तैनात किया गया है। इसके अलावा सभी विभागों की ओर से जेसीबी ऑपरेटर से लेकर जेई और सहायक अभियंता के नंबर भी जारी किए गए हैं।