देहरादून, 01 जुलाई (हि.स.)। सूबे के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि उत्तराखंड को वर्ष 2025 तक औद्यानिक प्रदेश के रूप में विकसित करने तथा कृषकों की आय में गुणात्मक वृद्धि के दृष्टिगत उद्यान विभाग की ओर से बाजार मांग आधारित नवीनतम रंगीन फल प्रजातियों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
मंत्री ने सोमवार को हाथीबड़कला स्थित कैंप कार्यालय पर आगामी 16 जुलाई को हरेला पर्व के अवसर पर पौधरोपण के संबंध में उद्यान एवं ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। कृषि एवं ग्राम्य विकास मंत्री ने अधिकारियों को हरेला पर्व में प्रदेश में बृहद स्तर पर फलदार पौधरोपण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
मंत्री ने विभागीय अधिकारियों से कहा कि हरेला पर्व में जल संवर्धन तथा जलस्त्रोतों को पुनर्जीवित या यथावत रखने और पर्वतीय क्षेत्र की भूमि में नमी रखने, जल संसाधनों की पूर्ति करने, मिट्टी कटाव रोकने के साथ उसकी खनिजों से गुणवत्ता बढ़ाने वाले बांज, बुरांश, अतीस जैसे जनोपयोगी पौधों का चयन कर उसका रोपण किया जाए। मंत्री गणेश जोशी ने उद्यान विभाग के अधिकारियों को वर्षा कालीन फलदार पौधे, नवीनतम रंगीन प्रजाति एवं आम, अमरूद, लीची, अनार, नींबू, माल्टा, कटहल इत्यादि के पौधों का रोपण के निर्देश दिए।
मंत्री ने ग्राम्य विकास एवं उद्यान विभाग के अधिकारियों को आपसी समन्वय बनाकर पर्वतीय क्षेत्रों के ऊपरी तथा निचले क्षेत्रों में उपयोगी पौधों के रोपण के संबंध में शीघ्र विस्तृत एक्शन प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। बैठक में उद्यान विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अभी तक प्रदेश भर से चार लाख 52 हजार फलदार पौधों की मांग की गई है और शेष दिनों में वर्षाकालीन पौधों की डिमांड लगातार आ रही है। गत वर्ष हरेला पर्व पर उद्यान विभाग की ओर से पांच लाख से अधिक फलदार पौधों का रोपण किया गया था।
नि:शुल्क फल पौधों के शीघ्र आवंटन के निर्देश
मंत्री ने उद्यान विभाग के अधिकारियों को वर्षाकालीन में हरेला पर्व के दृष्टिगत निःशुल्क फल पौधरोपण योजनांतर्गत फल पौधों के शीघ्र आवंटन के निर्देश दिए। इस दौरान सचिव कृषि विनोद सुमन, सचिव ग्राम्य विकास राधिका झा, संयुक्त निदेशक उद्यान रतन कुमार, महेंद्र पाल, प्रदीप कुमार आदि थे।