श्रीनगर, 27 जून (हि.स.)। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गुरुवार को कहा कि अमरनाथ तीर्थयात्री जम्मू-कश्मीर के ब्रांड एंबेसडर हैं। उपराज्यपाल सिन्हा ने हितधारकों से परेशानी मुक्त तीर्थयात्रा के लिए सर्वाेत्तम व्यवस्था सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
उपराज्यपाल सिन्हा ने गुरुवार को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा करते हुए एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान कहा कि तीर्थयात्री जम्मू-कश्मीर के ब्रांड एंबेसडर हैं। 52 दिवसीय वार्षिक अमरनाथ यात्रा 29 जून से मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले के बालटाल और दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के नुनवान पहलगाम के दोहरे मार्गों से शुरू होगी, जिसमें सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि सभी हितधारक विभागों, पुलिस, सुरक्षा बलों और सेवा प्रदाताओं के बीच बेहतर तालमेल से परेशानी मुक्त तीर्थयात्रा के लिए सर्वाेत्तम व्यवस्था सुनिश्चित होगी। उपराज्यपाल ने यात्रा मार्गों पर पुलिस और सुरक्षा कर्मियों, डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ, ड्यूटी अधिकारियों, राहत और बचाव दलों और सफाई कर्मचारियों की तैनाती पर चर्चा की। उन्होंने समर्पित अधिकारियों को तैनात करने का निर्देश दिया, जो अपने-अपने विभागों द्वारा विकसित सुविधाओं के प्रभावी कामकाज की देखभाल करेंगे। बैठक में बताया गया कि सुरक्षित और सुचारू तीर्थयात्रा के लिए सुविधाओं के मामले में पर्याप्त सुधार किए गए हैं।
उपराज्यपाल ने यात्रा के मार्ग पर सुचारू व्यवस्था, ऑक्सीजन सिलेंडरों का पर्याप्त स्टॉक और किसी भी चिकित्सा आपात स्थिति के लिए एम्बुलेंस और हेलीकॉप्टरों की तैनाती पर जोर दिया। उन्होंने ट्रैक, ठहरने, बिजली, पानी, संचार, स्वास्थ्य, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं का भी मूल्यांकन किया। बाद में उपराज्यपाल ने पहलगाम के नुनवान बेस कैंप में तीर्थयात्रियों के लिए मौजूद सुविधाओं का जायजा लिया। बैठक में श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड के सीईओ मनदीप कुमार भंडारी, आईजीपी कश्मीर विधि कुमार बिरदी, लोक निर्माण (आर एंड बी) विभाग के सचिव भूपिंदर कुमार, इस अवसर पर अनंतनाग के उपायुक्त सईद फखरुद्दीन हामिद, तथा एसएएसबी, सुरक्षा बलों, नागरिक एवं पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
इसके अलावा उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आज भगवती नगर स्थित यात्री निवास का भी दौरा किया और श्री अमरनाथ जी यात्रा की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।
उपराज्यपाल ने तीर्थयात्रियों से मुलाकात की और उनसे बातचीत की। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की और तीर्थयात्रियों के आरामदायक प्रवास की सुविधा के लिए किए गए उपायों की समीक्षा की। उपराज्यपाल को श्रद्धालुओं की सुचारू तीर्थयात्रा के लिए किए गए व्यापक प्रबंधों के बारे में जानकारी दी गई।
उपराज्यपाल ने हितधारक विभागों को तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ को संभालने के लिए पर्याप्त मानव शक्ति तैनात करने का निर्देश दिया। उन्होंने सेवा प्रदाताओं के साथ भी बातचीत की और रसद, आवास, भोजन, स्वास्थ्य, परिवहन, आरएफआईडी काउंटर और अन्य सुविधाओं सहित सुविधाओं का मूल्यांकन किया।
इस दौरान आरआर स्वैन डीजीपी; एमके सिन्हा एडीजीपी मुख्यालय; आनंद जैन एडीजीपी जम्मू; रमेश कुमार डिवीजनल कमिश्नर जम्मू; सचिन कुमार वैश्य डिप्टी कमिश्नर जम्मू और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपराज्यपाल के साथ थे।