29 जून से शुरू होगी बाबा बर्फानी यात्रा, इस साल भक्तों को मिलेंगी कई नई सुविधाएं

नई दिल्ली: 29 जून से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा की तैयारियां जोर-शोर से की जा रही हैं… 19 अगस्त तक चलने वाली यात्रा में बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो गया है… तो फिर कितनी मुश्किल है अमरनाथ यात्रा केदारनाथ?…कितने किलोमीटर तक चलना होगा बर्फ में?..देखते हैं इस रिपोर्ट में..

आराध्य देव महादेव के भक्तों के लिए खुशखबरी है… क्योंकि चारधाम यात्रा के बाद अब अमरनाथ यात्रा शुरू होने जा रही है…. अमरनाथ यात्रा पर आने वाले बाबा बर्फानी के भक्तों के लिए सारी तैयारियां की जा रही हैं… . 

ये नजारा जम्मू कश्मीर के रामबन इलाके का है… यहां अमरनाथ यात्रा के लिए आने वाले तीर्थयात्रियों के वाहनों के लिए विशेष पार्किंग व्यवस्था की गई है… ताकि उन्हें ट्रैफिक जाम में परेशान न होना पड़े…

अमरनाथ यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो गया है.

अमरनाथ गुफा 3880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है…
अमरनाथ यात्रा के दो रास्ते हैं…
पहलगाम के रास्ते में लगभग 45 किमी के बाद गुफा तक पहुंचा जा सकता है…
पूरी यात्रा में 3 दिन लगते हैं… चंदनवाड़ी, शेषनाग में शिविर
उसके बाद गुफा तक पहुंचा जा सकता है…
बालटाल मार्ग से भी गुफा तक पहुंचा जा सकता है…
यहां 14 किमी तक की चढ़ाई करनी पड़ती है…
लोग इस मार्ग की सड़कों को कम पसंद करते हैं । अच्छे नहीं हैं…

इस समय अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के बीच काफी हलचल है… 29 जून से यात्रा शुरू होने पर सड़कें बम-बम भोले की ध्वनि से गूंज उठेंगी.