नडियाद, 26 जून (हि.स.)। नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक और गड़बड़ी मामले की सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) की जांच आंच खेड़ा जिले तक पहुंच गई है। बुधवार को सीबीआई की टीम खेड़ा जिले के थर्मल स्थित जय जलाराम इंटरनेशनल स्कूल में जांच करने पहुंची। सीबीआई के साथ स्थानीय पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे। इस मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपित केंद्र अधीक्षक परषोत्तम शर्मा की जमानत स्थानीय सेशन कोर्ट ने खारिज कर दी है।
दरअसल, नीट परीक्षा जय जलाराम स्कूल के गोधरा और थर्मल दोनों केन्द्र पर आयोजित की गई थी। नीट परीक्षा में गड़बड़ी करने के मामले में पंचमहाल जिले की गोधरा पुलिस ने जय जलाराम स्कूल की नीट परीक्षा के सिटी कॉ-ऑर्डिनेटर और स्कूल के प्रिसिंपल परषोत्तम शर्मा को पकड़ा था। परषोत्तम शर्मा के घर पर परीक्षा के एक दिन पूर्व तुषार भट्ट के साथ मीटिंग हुई थी, जिसमें परीक्षार्थियों की लिस्ट बनाई गई थी। परीक्षा में गड़बड़ी कराने की बात सामने आने पर परषोत्तम शर्मा ने घर की सीसीटीवी फुटेज डिलिट करवा दी थी।
जानकारी के अनुसार गोधरा में नीट परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को गलत ढंग से नकल कराने के मामले में मुख्य आरोपित केंद्र अधीक्षक परषोत्तम शर्मा की नियमित जमानत याचिका पंचमहाल जिले के मुख्य सेशन्स कोर्ट ने नामंजूर हो चुकी है। महत्व की बात है कि कोर्ट में सुनवाई के दौरान जांच अधिकारी ने बताया था कि नीट की परीक्षा का देशभर में आयोजन कराने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी जांच (एनटीए) में किसी तरह का सहयोग नहीं कर रही है। कोर्ट में बताया गया कि नीट परीक्षा में शॉर्टलिस्ट हुए विद्यार्थियों की ओएमआर शीट भी नहीं दी जा रही है। कोर्ट ने एनटीए के इस व्यवहार की कड़ी आलोचना की है।
गोधरा थाने में दर्ज है प्राथमिकी
नीट परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को अनुचित तरीके से मदद करने के मामले में गोधरा थाने में 8 मई, 2024 को प्राथमिकी दर्ज की गई थी। राज्य सरकार ने इस मामले की विस्तृत जांच के लिए समग्र केस को सीबीआई को सौंप दिया है। इस संबंध में गृह विभाग ने अधिसूचना भी जारी कर दी है। दरअसल, नीट यूजी की परीक्षा 5 मई, 2024 को हुई थी। परीक्षा के बाद कतिपय परीक्षार्थियों के लिए पेपर लीक होने का मामला प्रकाश में आया था। गुजरात के गोधरा के जय जलाराम स्कूल में परीक्षा के आयोजन में परीक्षार्थियों को अनुचित तरीके से मदद करने का भी खुलासा हुआ था। जानकारी के अनुसार इस मामले में परीक्षार्थियों से 10 लाख रुपये तक वसूलने का आरोप है। जिला शिक्षा अधिकारी ने स्कूल के शिक्षक, सेंटर के डिप्टी सुप्रिटेंडेंट समेत तीन के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई थी। समग्र केस की जांच में पुलिस ने पांच लोगों को पकड़कर पूछताछ की थी।