Railway Berth Upgrade Rules: रेलवे ने बर्थ बदलने के लिए बनाए नए नियम, यात्रा से पहले तुरंत चेक कर लें

IRCTC Berth Upgrade: भारतीय रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए समय-समय पर अपने तौर-तरीकों में बदलाव करता रहता है. इन दिनों रेलवे तेजी से आधुनिकीकरण की ओर बढ़ रहा है. इसी क्रम में देश में सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत का भी संचालन किया गया है और कई स्टेशनों का आधुनिकीकरण भी किया जा रहा है. यात्रा को आरामदायक बनाने के लिए अब रेलवे ने यात्रियों के लिए बर्थ बदलने की सुविधा भी शुरू कर दी है. अगर आपको अपनी बर्थ पसंद नहीं है तो आप यात्रा के बीच में ही इसे अपग्रेड करा सकते हैं. मान लीजिए अगर आप स्लीपर कोच में यात्रा कर रहे हैं तो रेलवे की सुविधा के जरिए आप यात्रा के दौरान ही अपनी सीट को एसी कोच में अपग्रेड करा सकते हैं. इसके लिए आपको किसी खिड़की पर जाने की भी जरूरत नहीं होगी. आइए जानते हैं आप इस सुविधा का लाभ कैसे उठा सकते हैं…

इस तरह यात्री अतिरिक्त यात्रा कर सकेंगे

इस सेवा को शुरू करने के पीछे रेलवे का उद्देश्य यात्रियों की सुविधा और उनकी लगातार बदलती जरूरतों को पूरा करना है। यही वजह है कि भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए टिकट बुकिंग के नियमों को बेहद आसान बना दिया है। इससे यात्रियों के लिए टिकट बुक करने के बाद भी कोच अपग्रेड करना आसान हो गया है। हालांकि, यात्री अपने गंतव्य को बदलने और कुछ अतिरिक्त राशि देकर अतिरिक्त यात्रा करने के विकल्प का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

इस तरह आप अपने कोच को अपग्रेड कर सकते हैं

अगर आप यात्रा के दौरान अपने कोच को अपग्रेड करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको किसी बूथ पर जाने की जरूरत नहीं है। आप यात्रा के दौरान अपनी सीट पर बैठे-बैठे ही इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। आइए आपको बताते हैं कि इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए आपको क्या करना होगा। अगर आपकी सीट स्लीपर कोच में है और आप उसकी जगह एसी कोच में यात्रा करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कोच में मौजूद टीटीई से संपर्क करना होगा और अपनी रिक्वेस्ट देनी होगी। अगर एसी कोच में सीट खाली है तो टीटीई आपको वह बर्थ अलॉट कर देगा।

नियम क्या है?

सीट अपग्रेड करवाने के बदले में आपको नियमानुसार टीटीई को निर्धारित नकद भुगतान करना होगा। ध्यान देने वाली बात यह है कि रेलवे की इस सीट अपग्रेडेशन प्रणाली का लाभ आप तभी उठा सकते हैं जब किसी दूसरे कोच में बर्थ खाली हो। अगर उस कोच में कोई सीट खाली नहीं है तो आपको उसी कोच में यात्रा करनी होगी जिसमें आपको बर्थ आवंटित की गई है।