रायगढ़, 24 जून (हि.स.)। रायगढ़ जिले में साइबर टीम के साथ पुलिस की टीम ने महादेव एप और लोटस एप में करोड़ो की रकम फर्जी खातों में जमा करने और बड़े लेन-देन करने का खुलासा किया है। दो बैंकों के कर्मचारियों को गिरफ्तार करके उनके अन्य दो साथियों को भी अलग-अलग धाराओं के तहत गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किये गए बैंक कर्मचारी तथा दो अन्य सहयोगियों के खातों को होल्ड करने के साथ-साथ सौ अन्य खातों को भी होल्ड करते हुए जांच के दायरे में ले लिया है। पुलिस को लगता है कि महादेव सट्टा तथा लोटस सट्टे में इनके और भी सहयोगी कार्यरत हैं और सभी का लिंक तलाशने के लिये कई टीमें बनाई गई है।
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल ने सोमवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि रायगढ़ जिला मुख्यालय स्थित कर्नाटका बैंक व इंडसइंड बैंक में झांसे में लेकर फर्जी तरीके से लोगों के खाते खोले जाते थे, जो खाते के संचालन के नाम पर एक निश्चित रकम लेते थे। लेकिन उनका खाता बैंक के डिप्टी मैनेजर तथा अन्य कर्मचारी करते थे। दो सहयोगी महादेव एप व लोटस एप के संचालन में कमाई गई रकम इन खातों में जमा करके लेनदेन करते थे। जबकि जिनके नाम से खाते खोले गए थे उन्हें इस पूरे फर्जीवार्ड की जानकारी नहीं थी। एक शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपित सुनील साहू, अरूण रात्रे, इंडसइंड बैंक के ऑपरेशन मैनेजर दिनेश यादव और कर्नाटका बैंक के सेल्स एसोसिएट दीपक गुप्ता को गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इंडसइंड बैंक व कर्नाटका बैंक के जिन कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है वे दूसरे के नाम से खोले गए खातों का संचालन करके सट्टे की रकम का लेनदेन करते थे और उनके दो सहयोगी ऐसे लोगों का खाता खोलते थे, जिन्हें मात्र पांच हजार देकर उनके खाते का संचालन खुद करते थे। गिरफ्तार लोगों के पास से बड़ी मात्रा में एटीएम व बैंकों के पासबुक जब्त की गई है और अब तक सौ खातों को होल्ड कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि ऐसे कई खाते जिनके लेन-देन संदिग्ध मिले हैं, उन लोगों की भी गिरफ्तारी हो सकती है। एसपी ने पुलिस को बारीकी से जांच के निर्देश दे दिए हैं।