रोपे गए पौधों को पेड़ बनाने की पुख्ता तैयारी के साथ करें वृक्षारोपणः कलेक्टर

ग्वालियर, 24 जून (हि.स.)। बड़े पैमाने पर पौधरोपण कर जिले को हरीतिमा की चादर ओढ़ाने के लिये व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। जिला प्रशासन द्वारा पौधरोपण से ज्यादा इस बात की तैयारी विशेष रूप से की जा रही है कि रोपे गए पौधे पेड़ बन सकें। मानसून के आगमन से पहले कार्ययोजना के अनुसार विभिन्न विभागों द्वारा पौधे रोपने के लिये गड्ढे खोदने का काम व्यापक स्तर पर किया जा रहा है। कलेक्टर रुचिका चौहान ने सोमवार को अंतरविभागीय समन्वय बैठक में वृक्षारोपण की तैयारियों की समीक्षा की। साथ ही पौधों को रोपने के लिये विभागवार निर्धारित लक्ष्य के अनुसार अब तक खोदे गए गड्ढों का पॉवर प्वॉइंट प्रजेण्टेशन भी देखा। जिले में अभी तक लगभग पांच लाख पौधे रोपने की कार्ययोजना तैयार हो चुकी है। इसमें और बढ़ोतरी होगी। समाज व सरकार के साझा प्रयासों से जिले में वृक्षारोपण की कार्ययोजना को मूर्तरूप दिया जाएगा।

बैठक में सीएम हैल्पलाइन, आयुष्मान भारत, विभिन्न विभागों को शासकीय प्रयोजन के लिए जमीन का आवंटन, ठाठीपुर पुनर्घनत्वीकरण योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत पंजीयन, खाद गोदामों का निरीक्षण, पोषण पुनर्वास केन्द्र व बच्चों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर स्कूलों का निरीक्षण सहित राज्य शासन के अन्य प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों की भी समीक्षा की गई। सीएम हैल्पलाइन की शिकायतों के निराकरण में जिले की रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार के लिए कलेक्टर ने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को बैठक में शाबाशी दी। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ विवेक कुमार, अपर कलेक्टर टीएन सिंह, अपर आयुक्त नगर निगम मुनीष सिकरवार, जिले के सभी एसडीएम एवं विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।

कलेक्टर रुचिका चौहान ने निर्देश दिए कि रोपे गए एक-एक पौधे की निगरानी के लिए सभी अधिकारी स्वयं वायुदूत, अंकुर एप डाउनलोड करें और अपने अधीनस्थ अधिकारियों से भी डाउनलोड कराएँ। रोपे गए पौधे के साथ समय-समय पर सेल्फी लेकर इस एप पर अपलोड की जाए। उन्होंने वन व उद्यानिकी विभाग की नर्सरियों से विभागीय अधिकारियों को पौधे लेने के निर्देश दिए। साथ ही नर्सरियों पर उपलब्ध पौधों की प्रजातियों एवं दर का प्रचार-प्रसार करने के लिये भी विभागीय अधिकारियों से कहा।

सभी विभागों के जिला अधिकारी कम से कम दो स्कूलों का करें निरीक्षण

कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि बच्चों की सुविधाओं का ध्यान रखकर हर विभाग के जिला अधिकारी कम से कम दो स्कूलों का निरीक्षण करें। निरीक्षण के दौरान खासतौर पर बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर बिजली के बोर्ड, स्विच व वायरिंग की बारीकी से जाँच करें। यदि कहीं कमी हो तो उसे ठीक कराएँ। इसी तरह बरसात को ध्यान में रखकर स्कूल की छत, शौचालय, पेयजल इत्यादि सुविधा की वस्तुस्थिति भी देखें। निरीक्षण का प्रतिवेदन प्राप्त करने के लिये कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को एक प्रपत्र उपलब्ध कराया है।

दिव्यांगों के विवाह के लिए परिचय सम्मेलन आयोजित करें

कलेक्टर रुचिका चौहान ने दिव्यांगजनों के विवाह कराने के उद्देश्य से परिचय सम्मेलन आयोजित करने के निर्देश भी बैठक में दिए। उन्होंने सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण विभाग, सभी नगरीय निकायों एवं जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देश दिए कि विवाह योग्य सभी दिव्यांगजनों को सूचीबद्ध कर डाटाबेस तैयार करें। साथ ही इस डाटाबेस को दिव्यांगजनों को उपलब्ध कराएँ, जिससे विवाह करने के इच्छुक दिव्यांग महिला व पुरूष एक दूसरे के बारे में जान-समझ सकें। कलेक्टर ने कहा कि दिव्यांगजनों के लिये अलग से वैवाहिक सम्मेलन आयोजित कर उन्हें मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के सभी लाभ दिलाए जाएँ।

सहायता उपकरण प्रदान करने के लिये शिविर भी लगाए जाएँ

दिव्यांगजनों को सहायता उपकरण उपलब्ध कराने के लिये जिले के सभी विकासखंडों में अलग-अलग और ग्वालियर शहर में इकजाई शिविर आयोजित करने के निर्देश भी कलेक्टर ने बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि इन शिविरों में दिव्यांगों को चिन्हित कर सरकार की योजनाओं के तहत एलिम्को जैसी संस्थाओं के माध्यम से सहायता उपकरण उपलब्ध कराए जाएँ। कलेक्टर ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत सभी जनपद पंचायतों व नगरीय निकायों में सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित करने के लिये अभियान बतौर पंजीयन करने के निर्देश भी बैठक में दिए।

माफी की जमीन से जुड़े मंदिरों को चिन्हित करें

कलेक्टर रुचिका चौहान ने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्र में सरकारी माफी की जमीन से जुड़े ऐसे मंदिर परिसर चिन्हित करें जहाँ मेले लगते हैं। ऐसे मंदिर परिसर में जन सुविधायें उपलब्ध कराने के लिये कार्ययोजना तैयार करें, जिससे सरकार की योजनाओं के तहत इन मंदिरों में जन सुविधाओं का विस्तार किया जा सके।

यह भी निर्देश दिए

अंतरविभागीय समन्वय बैठक में कलेक्टर ने ठाठीपुर पुनर्घनत्वीकरण का काम आगे बढ़ाने के लिए शेष सरकारी आवास खाली कराने के निर्देश एसडीएम झाँसी रोड़ को दिए। बैठक में जानकारी दी गई कि निर्माण एजेन्सी हाउसिंग बोर्ड द्वारा सरकारी आवास खाली करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को निर्धारित दर से मकान किराया दिया जाता है। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि आवासों में रह रहे अधिकारी-कर्मचारियों को तिथि निर्धारित कर मकान खाली करने के लिये विधिवत सूचित करें। इसके बाद आवास खाली कराने की कार्रवाई की जाए। उन्होंने बैठक में यह भी निर्देश दिए कि ठाठीपुर पुनर्घनत्वीकरण योजना का काम इस प्रकार से आगे बढ़ाएँ, जिससे पेड़ों को कम से कम नुकसान पहुँचे। आवश्यक हो तो निर्माण कार्यों के डिजाइन में भी बदलाव किया जाए।

कलेक्टर ने किसानों को खरीफ के लिए खाद-बीज की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखने पर भी विशेष बल दिया। साथ ही उप संचालक कृषि को निर्देश दिए कि डीएपी गोदामों का लगातार परीक्षण करें। खाद की कालाबाजारी कदापि न होने पाए।