जालना में ओबीसी समाज की 10 दिनों से जारी भूख हड़ताल स्थगित

मुंबई, 22 जून (हि. स.)। जालना जिले में ओबीसी आरक्षण को बचाने के लिए 10 दिनों से जारी भूख हड़ताल सरकारी प्रतिनिधिमंडल के आश्वासन के बाद शनिवार को स्थगित कर दी गई। यहां भूख हड़ताल पर बैठे लक्ष्मण हाके और नवनाथ वाघमारे ने कहा कि सरकार की ओर से उनकी दो मांगें मान ली गई हैं जबकि दो मांगों को मान्य करने का आश्वासन सरकारी प्रतिनिधिमंडल ने दिया है। इसलिए वे अपनी भूख हड़ताल स्थगित कर रहे हैं लेकिन ओबीसी आरक्षण को बचाने के लिए आंदोलन जारी रहेगा।

महाराष्ट्र सरकार के पांच मंत्रियों सहित 12 लोगों का प्रतिनिधिमंडल शनिवार को जालना में जाकर पिछले दस दिनों से भूख हड़ताल कर रहे लक्ष्मण हाके और नवनाथ वाघमारे से मिला। प्रतिनिधिमंडल में शामिल मंत्री छगन भुजबल ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में हुई बैठक के फैसले को पढ़कर सुनाया और उसकी प्रति दी। इसके बाद लक्ष्मण हाके और नवनाथ वाघमारे ने अपना अनशन स्थगित करने की घोषणा की।

लक्ष्मण हाके ने कहा कि भूख हड़ताल स्थगित की जा रही है, आंदोलन खत्म नहीं किया गया है। आगे के आंदोलन की दिशा तय की जाएगी। लक्ष्मण हाके ने कहा कि हमने मराठा समाज को दिए गए फर्जी प्रमाणपत्र पर आपत्ति जताई है और श्वेत पत्र निकालने की मांग की है। पंचायत राज में हमारी 56 हजार सीटों का आरक्षण खत्म हो गया है। ये मामला पिछले 3 साल से कोर्ट में चल रहा है। सरकार हमें जवाब दे कि क्या सरकार इस बारे में कुछ करने जा रही है या वे बिना ओबीसी आरक्षण के पंचायत राज में चुनाव करवाना चाहते हैं। हमें सरकार से न्याय की उम्मीद है ।

हाके ने कहा कि ओबीसी समुदाय के इस आंदोलन से हम सरकार का ध्यान आकर्षित करने में सफल रहे हैं।