टी20 वर्ल्ड कप में धीमी बल्लेबाजी पर सूर्यकुमार यादव ने तोड़ी चुप्पी

सूर्यकुमार यादव टी20 में नंबर वन बल्लेबाज हैं. दो साल पहले आईसीसी रैंकिंग में उन्हें यह स्थान मिला था. अब भारतीय टीम को उम्मीद है कि सूर्या अपनी रैंकिंग के मुताबिक टी20 वर्ल्ड कप के सुपर-8 में बल्लेबाजी करेंगे. लेकिन अब तक वह बड़े मैचों में अपने नाम के अनुरूप छाप छोड़ने में नाकाम रहे हैं. इसीलिए फैन्स उन्हें ‘मिनो बैशर’ यानी छोटी टीमों के खिलाफ रन बनाने वाला खिलाड़ी कहकर ट्रोल करते रहते हैं। इस बार भी वह पाकिस्तान के खिलाफ रन नहीं बना सके. उन्होंने ग्रुप स्टेज के 3 मैचों में 59 रन बनाए हैं, जिसमें अमेरिका के खिलाफ 49 गेंदों पर 50 रन की धीमी पारी भी शामिल है. अब उन्होंने खुद इस पर अपनी चुप्पी तोड़ी है.

सूर्या ने अपनी बल्लेबाजी के बारे में क्या कहा?

टीम इंडिया अपना पहला सुपर-8 मैच गुरुवार 20 जून को अफगानिस्तान के खिलाफ खेलेगी. इस अहम मुकाबले से पहले सूर्यकुमार यादव ने मीडिया से बात की. इस बीच उनकी बल्लेबाजी पर भी सवाल उठे. आमतौर पर 170 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करने वाले सूर्या ने अमेरिका में करीब 100 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं. इस बारे में उनसे कहा गया कि जब विकेट में गति नहीं हो तो शॉट लगाना मुश्किल होता है. साथ ही जब विपक्षी टीम आपके खेल को समझ जाती है तो रन बनाना और भी मुश्किल हो जाता है. ऐसे में परिस्थिति और टीम की जरूरत के मुताबिक बल्लेबाजी करनी होती है और वह खुद भी ऐसा ही करते हैं. सूर्या ने आगे कहा कि अगर कोई व्यक्ति दो साल तक नंबर वन रहता है तो उसे हर परिस्थिति में बल्लेबाजी करनी आनी चाहिए.

टीम इंडिया आक्रामक क्रिकेट खेलेगी

न्यूयॉर्क की पिच गेंदबाजों के लिए काफी मददगार थी. शुरुआत में कई विकेट गिरे. इसीलिए ज्यादातर बल्लेबाज धीमी गति से खेलते नजर आए. ऐसे में वेस्टइंडीज में भारत के रवैये पर सवाल उठने लगे. उनसे पूछा गया कि शुरुआती झटके के बाद क्या टीम इंडिया यहां भी संभलकर खेलेगी. सूर्या ने जवाब दिया कि टीम फॉर्मेट के हिसाब से खेलती है. विकेट गिरने के बावजूद भारत सकारात्मक इरादे से बल्लेबाजी करेगा और ज्यादा से ज्यादा रन बनाने की कोशिश करेगा.

सुपर-8 के लिए कड़ी मेहनत कर रहा हूं.’

सूर्यकुमार यादव ने कहा कि वह सुपर-8 के लिए खूब प्रैक्टिस कर रहे हैं. सूर्या ने कहा कि न्यूयॉर्क की तुलना में कैरेबियाई पिचों पर बड़े शॉट लगाना आसान है, यहां स्पिनरों की भूमिका अहम होगी. इसीलिए वह स्वीप और रिवर्स स्वीप का अभ्यास कर रहे हैं.