अगले महीने इसके लिए स्पीड ट्रायल किया जा सकता है।बरेली के लोगों के लिए अच्छी खबर यह है कि ये दोनों वंदे भारत ट्रेनें शहर के बीच से होकर गुजरेंगी, जिसका फायदा भी उन्हें मिलेगा।
इन रूटों पर चलेगी वंदे भारत एक्सप्रेस
भारतीय रेलवे ने रूट मैप तैयार कर लिया है, जिसमें लखनऊ-दिल्ली, काठगोदाम-दिल्ली, टनकपुर से पीलीभीत, शाहजहांपुर और सीतापुर होते हुए लखनऊ तथा रामनगर से आगरा शामिल हैं।
उम्मीद है कि अगले महीने तक बरेली से गुजरने वाले इन दोनों रूटों पर वंदे भारत एक्सप्रेस सेवाओं का स्पीड टेस्ट हो जाएगा। हाल ही में उत्तर रेलवे मुरादाबाद डिवीजन के बेड़े में दो नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें शामिल की गई हैं। इनमें से एक देहरादून से दिल्ली की यात्रा को आसान बनाती है, जबकि दूसरी बरेली के रास्ते देहरादून और लखनऊ के बीच यात्रियों को सेवा प्रदान करती है।
चुनाव से पहले लखनऊ-दिल्ली, रामनगर-आगरा, काठगोदाम-दिल्ली और टनकपुर-लखनऊ जैसे कई रूटों पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चलाने की चर्चा थी।
इस गति से चलेगी ट्रेन
रेल मंत्रालय ने एक आरटीआई के जवाब में बताया कि वंदे भारत ट्रेनों की औसत गति 2020-21 में 84.48 किमी प्रति घंटे से घटकर 2023-24 में 76.25 किमी प्रति घंटे हो गई है।
रेलवे अधिकारियों ने यह भी बताया कि न केवल वंदे भारत बल्कि कई अन्य ट्रेनें भी उन स्थानों पर सुरक्षित गति बनाए रख रही हैं जहां ‘बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे का काम’ चल रहा है।
अधिकारियों का कहना है कि अगले महीने के अंत तक कम से कम दो रूटों पर स्पीड ट्रायल किया जा सकता है। इससे पहले ट्रैक मरम्मत समेत अन्य कार्य किए जा रहे हैं। पीआरओ राजेंद्र सिंह ने बताया कि स्पीड ट्रायल की प्रक्रिया जल्द ही शुरू कर दी जाएगी।
वंदे भारत ट्रेन में मिलेंगी कई सुविधाएं
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में यात्रियों को रात के सफर के दौरान सोने के लिए सामान्य ट्रेनों की तरह लंबी सीटें उपलब्ध कराई जाएंगी। इसका किराया सामान्य स्लीपर ट्रेन के कोच के बराबर होगा। वंदे भारत मेट्रो ट्रेन मुंबई की लोकल ट्रेन की तरह छोटे स्टेशनों और कम दूरी के स्टेशनों पर रुकेगी।
इस ट्रेन से स्थानीय गांवों और कस्बों को शहरों से जोड़ना आसान हो जाएगा। इतना ही नहीं, इस ट्रेन में थोड़ा अधिक किराया देकर यात्री वातानुकूलित कोच में यात्रा कर सकेंगे।