बारिश का मौसम खुशियाँ और राहत लेकर आता है, लेकिन साथ ही आलस्य और सुस्ती भी लाता है। कम बाहर निकलने और व्यायाम न करने से न सिर्फ़ आपकी फिटनेस पर असर पड़ता है, बल्कि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कमज़ोर हो सकती है।
बारिश का मौसम आते ही ज़्यादातर लोगों की दिनचर्या अस्त-व्यस्त हो जाती है। जिम जाना कम हो जाता है और घर पर भी एक्सरसाइज़ करने का मन नहीं करता। इससे न सिर्फ़ वज़न बढ़ता है बल्कि मूड भी खराब हो सकता है।
लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। आप योग के जरिए बारिश के मौसम में भी खुद को एक्टिव और फिट रख सकते हैं। योग न सिर्फ आपको शारीरिक रूप से फायदा पहुंचाता है बल्कि मानसिक रूप से भी स्वस्थ रखता है। आइए जानते हैं कि मानसून के मौसम में आप कौन से 3 योगासन अपनी दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं।
1. कपालभाति प्राणायाम
यह एक शक्तिशाली शुद्धिकरण प्रक्रिया है जो शरीर से अशुद्धियों को बाहर निकालने में मदद करती है। अक्सर मानसून के मौसम में नमी और ठंड के कारण शरीर अकड़न और सुस्ती महसूस कर सकता है। कपालभाति प्राणायाम न केवल शरीर को गर्म रखने में मदद करता है बल्कि फेफड़ों को भी मजबूत करता है और प्रतिरक्षा प्रणाली को स्वस्थ रखता है।
कपालभाति कैसे करें?
* सुखासन (आरामदायक बैठने की स्थिति) में बैठें।
* रीढ़ की हड्डी सीधी रखें और आंखें बंद कर लें।
* अब तेजी से सांस लें और तेजी से सांस छोड़ें। पेट को अंदर की ओर खींचें और सांस छोड़ें।
* इस प्रक्रिया को 10-15 बार दोहराएं।
2. अधोमुख श्वानासन
यह आसन पूरे शरीर को स्ट्रेच करने और मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। मानसून के मौसम में अकड़न की समस्या को दूर करने में यह आसन बहुत कारगर है। साथ ही यह रक्त संचार को भी बेहतर बनाता है।
अधोमुख श्वानासन कैसे करें
* चतुष्पादासन (हाथों और पैरों पर टिके रहना) की स्थिति में आ जाएं।
* अब कूल्हों को उठाएं और शरीर को उल्टे V के आकार में ले जाएं।
* हाथों को कंधों के नीचे और पैरों को कूल्हों के नीचे रखें।
* कुछ देर तक इसी स्थिति में रहें और फिर धीरे-धीरे चतुष्पादासन में आ जाएं।
3. सूर्य नमस्कार
सूर्य नमस्कार 12 योग आसनों का एक क्रम है जो पूरे शरीर का व्यायाम करता है। इससे न केवल शरीर लचीला बनता है बल्कि मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं और रक्त संचार भी बेहतर होता है। मानसून के मौसम में थकान और सुस्ती दूर करने के लिए सूर्य नमस्कार बहुत फायदेमंद है।
ध्यान रखने योग्य बातें
* यदि आप योगाभ्यास नहीं करते हैं तो किसी योग प्रशिक्षक की देखरेख में ही ये आसन सीखें।
* खाली पेट योग न करें।
* यदि आपको किसी भी प्रकार की असुविधा महसूस हो तो व्यायाम बंद कर दें।