सिरोही, 16 जून (हि.स.)। कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने ब्रह्माकुमारीज संस्थान के ज्ञान सरोवर में आयोजित किसानों के सम्मेलन में बड़ा बयान दिया। उन्होंने राजनीति पर प्रहार करते हुए कहा कि मेरा मानना है कि राजनीति आज सेवा नहीं बल्कि उद्योग बन गया है। भ्रष्टाचार का इतना बोलबाला है कि जैसे ही कोई फाईल उठाता हूं, उसमें घोटाला ही निकलता है।
उन्होंने कहा कि हमारे विभाग में कुछ ऐसे अधिकारी थे जो लम्बे समय से अपने पद पर बने हुए थे। उन्हें हटाया तो शोर मच गया। उन्होंने सभी राजनेताओं के लिए अध्यात्म का पाठ पढ़ाने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि वे राजस्थान के कृषि मंत्री है, प्रदेश के कृषि के क्षेत्र में आगे ले जाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने अपने इस्तीफे की बात पर बिन्दु लगा दिया। इस बयान के कुछ घंटे पहले ही उन्होंने इस्तीफे के सवाल पर मुंह पर हाथ रखकर चुप्पी साध ली थी।
कृषिमंत्री रविवार को एक दिवसीय दौरे पर ब्रह्माकुमारीज संस्थान माउण्ट आबू आये थे। जहां उन्होंने जैविक यौगिक खेती के मॉडल का अवलोकन कर अपने क्षेत्र में भी बनाने का प्रस्ताव रखा था। कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा एक दिवसीय दौरे पर आबू रोड तथा माउण्ट आबू आये। बिना लाव लश्कर के वे सबसे पहले ब्रह्माकुमारीज संस्थान के आदर्श राजऋषि विलेज देखने के लिए आमथला पहुंचे। यहॉं उन्होंने आदर्श गॉव का माडल देख तपोवन में हो रही जैविक यौगिक खेती को भी देखा और फिर ब्रह्माकुमारीज संस्थान की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी से मुलाकात की तथा आशीर्वाद लिया। मुलाकात में उन्होंने कहा कि ब्रह्माकुमारीज संस्थान से आध्यात्मिकता का संदेष पूरे विश्व में जा रहा है।
यहॉं की व्यवस्था और जैविक यौगिक खेती का प्रयास निश्चित तौर पर किसानों को आत्म निर्भर बनाने में मदद करेगा। संस्थान प्रमुख दादी ने उन्हें शॉल ओढ़ाकर आशीर्वाद दिया तथा ईश्वरीय प्रसाद भेंट की। उनके साथ आबू पिण्डवाड़ा समाराम गरासिया, विश्व हिन्दू परिषद के नितेष अग्रवाल समेत कई लोग उपस्थित रहे। इसके बाद वे माउण्ट आबू स्थित ज्ञान सरोवर परिसर में चल रहे किसानों के सम्मेलन में भाग लेने के लिए रवाना हो गए। खास बात तो यह रही कि ना तो उनके साथ कोई सरकारी गाड़ी थी और ना कोई पुलिस का जवान।