पलवल, 16 जून (हि.स.)। जिले कि होड़ल विधानसभा के भाजपा विधायक जगदीश नायर का साला बनकर नौकरी लगाने के नाम पर 15 लाख रुपए की ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है। विधायक से शिकायत करने पर आरोपी ने 7 लाख तो वापस दे दिए, लेकिन ৪ लाख रुपए 4 वर्ष बीतने के बाद भी नहीं दिए।
मिली जानकारी अनुसार पीड़ित की शिकायत पर होडल थाना पुलिस ने जांच के बादआरोपी के खिलाफ थोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरूकर दी है। वहीं विधायक का कहना है कि मेरा आरोपी से कोई लेना देना नहीं है। होडल थाना प्रभारी मौहम्मद इलियास ने रविवार को बताया कि पलवल शहर की कृष्णा कॉलोनी निवासी पतराम ने दी शिकायत में कहा है कि उसके बटे ने एचएसएससी जेई की लिखित परीक्षा पास कर ली थी। फाइनल लिस्ट आनी बाकी थी। उसी दौरान उसकी मुलाकात सिहौल गांव निवासी दलबीर सिंह से हो गई। जो होडल से विधायक जगदीश नायर को अपना जीजा बताता है, और विधायक की मैरिज वाटिका का इंचार्ज है। उसने कहा कि इन भर्तियों में विधायकों को कोटा मिलता है। जिनका चाहें विधायक फाइनल लिस्ट में नाम डलवा सकते है। उसने विधायक से बात की तो उन्होंने बताया कि दो बच्चों के लगने का कोटा है, एक स्वंय विधायक का सगा भांजा है और अगर आप अपने बच्चे को लगवाना चाहते हो तो दूसरा आपका बच्चा हो जाएगा। इसके लिए 15 लाख रुपए देने होंगे।
पीड़ित 5 दिसंबर 2019 को विधायक की होडल कोठी पर 15 लाख जमा कराने की बात कही। पीडित पैसे लेकर होड़ल विधायक की कोठी पर पहुंचा तो आरोपी दलवीर उन्हें अलग कमरे में ले गया और पैसे ले लिए तथा आश्वासन दिया कि आपका काम हो जाएगा। लेकिन जब फाइनल लिस्ट आई तो उसके बेटे का नाम उसमें नहीं आया।पीड़ित आरोपी दलबीर से मिला तो वह पैसे वापस करने के लिए टाईम देता रहा, लेकिन एक भी पैसा नहीं दिया।
होड़ल से विधायक जगदीश नायर से बात की तो उनका कहना था कि उनका दलबीर से कोई लेना-देना नहीं है। दोनों का कोई आपसी लेन-देन है। उन्होंने बताया कि सिहौल गांव निवासी दलबीर जाट है तो उसका साला कहां से हो गया। यह तो पैसे देने वाले को सोचना चाहिए था। दलबीर ने आपने आप को बचाने के चक्कर में उनका नाम लिया हो सकता है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।