शास्त्रों के अनुसार हर दिन अलग-अलग रंग के कपड़े पहनने से व्यक्ति को शुभ फल मिल सकते हैं। आइए इस लेख में जानें कि रविवार के दिन काले कपड़े पहनना क्यों वर्जित है।
हिंदू धर्म में रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित है। इस दिन सूर्य देव की पूजा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। साथ ही यश, कीर्ति और सम्मान का वरदान भी मिलता है। मान्यताओं के अनुसार सूर्य देव जीवन में जीवन शक्ति, मन की शांति, ऊर्जा और सफलता देते हैं। सप्ताह के सातों दिन अलग-अलग रंग के कपड़े पहनने से सौभाग्य में वृद्धि होती है। अब रविवार को काले कपड़े पहनना क्यों मना है? इसके बारे में विस्तार से जानिए ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से।
काले रंग का संबंध शनि से है
काला रंग का संबंध शनि से है। शनिदेव को कर्म, न्याय और अनुशासन का कारक माना जाता है। शनि को काला रंग अत्यंत प्रिय है। जबकि सूर्य देव को प्रकाश, ऊर्जा और जीवन का प्रतीक माना जाता है। काला रंग अंधकार और नकारात्मकता का प्रतीक है, जो सूर्य देव की उज्ज्वल और सकारात्मक प्रकृति के बिल्कुल विपरीत है। इसलिए रविवार के दिन काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए।
काले कपड़े पहनने से मिलते हैं अशुभ परिणाम
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य देव को प्रकाश, ऊर्जा और जीवन का प्रतीक माना जाता है, जो एक गर्म और शुष्क ग्रह है। शनि को अंधकार, शीतलता और कर्म का प्रतीक, शांत और धीमा ग्रह माना जाता है। इसलिए विभिन्न प्रकृति के ग्रहों के बीच तनाव होता है, जिसे सूर्य और शनि के बीच संबंध में भी देखा जा सकता है। जिसके कारण ग्रह दोष उत्पन्न हो सकता है और इसके कारण व्यक्ति को जीवन में अशुभ फल मिलने लगते हैं।
रविवार को काले कपड़े पहनने से राहु और कालसर्प योग बनता है।
रविवार को काले कपड़े पहनने से राहु ग्रह का प्रभाव बढ़ जाता है, जो नकारात्मकता और रुकावट ला सकता है। राहु का संबंध काले रंग से भी है और रविवार को भी राहु काल माना जाता है। इसलिए इस दिन काले रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए। जिससे व्यक्ति को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
कुंडली में सूर्य भगवान की स्थिति कमजोर हो जाती है
सूर्य को लाल या सुनहरे रंग में दर्शाया गया है, जो प्रकाश और ऊर्जा का प्रतीक है। काला रंग इन रंगों का विपरीत माना जाता है। रविवार सूर्यदेव का दिन है। इस दिन काले कपड़े पहनने से सूर्य देव नाराज होते हैं। साथ ही व्यक्ति की कुंडली में सूर्य की स्थिति कमजोर हो सकती है। जिसके कारण व्यक्ति के जीवन में सम्मान और आत्मविश्वास की कमी होने लगती है।