ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसी आदतों के बारे में बताया गया है जिन्हें लोग अक्सर जाने-अनजाने में अपना लेते हैं और फिर उन आदतों के कारण व्यक्ति के जीवन में ग्रहों के बुरे प्रभाव दिखाई देने लगते हैं।
ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है कि व्यक्ति पर ग्रहों का प्रभाव पड़ता है। ग्रहों की दिशा और स्थिति के आधार पर व्यक्ति के जीवन में कई घटनाएं घटती हैं। इतना ही नहीं व्यक्ति द्वारा अपनाई गई आदतें भी ग्रहों को मजबूत या कमजोर करने में अहम भूमिका निभाती हैं। ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसी आदतों के बारे में बताया गया है जिन्हें लोग अक्सर जाने-अनजाने में अपना लेते हैं और फिर उन आदतों के कारण व्यक्ति के जीवन में ग्रहों के बुरे प्रभाव दिखाई देने लगते हैं। ऐसी ही एक आदत है पैरों को क्रॉस करके चलना। आइए ज्योतिषी राधाकांत वत्स से इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
- यदि चलते समय आपका पैर गिर जाए तो क्या होगा?
ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है कि पैरों में शनि का वास होता है। ऐसी स्थिति में कुंडली में शनिदेव कमजोर हो जाते हैं और शनि दोष उत्पन्न होता है। - दरअसल, शास्त्रों में कहा गया है कि चलते समय पैरों की आवाज नहीं होनी चाहिए यानी चलते समय किसी भी तरह की आवाज नहीं होनी चाहिए, अन्यथा आवाज से शांति भंग होती है।
- इसके अलावा यह भी माना जाता है कि हमारे शरीर में 7 चक्र होते हैं जो समय-समय पर जाग्रत होकर हमारे भीतर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने का काम करते हैं।
- वहीं किसी भी गलत आदत के कारण इस चक्र से मिलने वाली सकारात्मक ऊर्जा बाधित हो जाती है और बुरी शक्तियां हमें घेरने लगती हैं। नकारात्मक ऊर्जा हमें परेशान करती है.
- इसी कारण से चलते समय पैर फिसलना बहुत अशुभ माना जाता है। हालाँकि, इससे जुड़ी लोक मान्यताएँ भी हैं जो कहती हैं कि इस तरह घूमने से घर में दरिद्रता आती है।
- जिस किसी के कदमों की आवाज होती है, चाहे वह पैरों की आवाज हो या चलते समय पैर फिसलने की आवाज हो, उसे जीवन में बहुत संघर्ष करना पड़ता है।