शिवसेना का पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला : लोकसभा चुनाव के नतीजों में बीजेपी को बहुमत नहीं मिलने के बाद भारतीय गठबंधन के सहयोगी दलों के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी पर हमला बोलना शुरू कर दिया है, वहीं कांग्रेस के नेतृत्व वाले भारत गठबंधन और महाराष्ट्र महाविकास अघाड़ी की सहयोगी पार्टी शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और मोहन भागवत की जमकर तारीफ की है और प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की आलोचना की है. समा के लेख में कहा गया है कि मोदी-शाह की जोड़ी ने ‘संघ का इस्तेमाल करो और उसे फेंक दो’ दिखा दिया है. इसके अलावा लेख में आरएसएस के स्वयंसेवक वरण जून मेहतान की भी तारीफ की गई है.
संघ के स्वयंसेवकों की कड़ी मेहनत के बाद भाजपा को सफलता मिली
शिवसेना के मुखपत्र में लिखा गया है कि क्या मोहन भागवत के हटने के बाद बीजेपी का मौजूदा चरित्र बदल जाएगा? इसमें मोहन भागवत के बयान का जिक्र है कि कौन जनसेवक है और कौन जनसेवा के नाम पर अहंकार पाल रहा है? संघ भाजपा का मातृ संगठन है। संघ के स्वयंसेवकों की कड़ी मेहनत के कारण ही भाजपा आज इस मुकाम पर पहुंची है। संघ वहां पहुंच गया है जहां बीजेपी नहीं पहुंच सकती. झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तर-पूर्व के अंदरूनी राज्यों, इन सुदूर इलाकों में संघ के स्वयंसेवकों की कड़ी मेहनत के बाद भाजपा सफल हो सकी।
मोदी-शाह की जोड़ी ने दिखा दिया कि संघ का मतलब है ‘इस्तेमाल करो और फेंक दो’.
मुखपत्र ‘सामना’ में आरएसएस की जमकर तारीफ करते हुए लिखा गया है कि संघ ने अरुणाचल, मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, असम जैसे राज्यों में भी काम किया. संघ झारखण्ड, छत्तीसगढ़ के वन क्षेत्रों में है। संघ गठन के कारण ही भाजपा को मध्य प्रदेश जैसे राज्य में 100 प्रतिशत सफलता मिली, लेकिन पिछले दस वर्षों में मोदी-शाह ने संघ का इस्तेमाल केवल राजनीतिक लाभ के लिए किया। मोदी-शाह की जोड़ी पर निशाना साधते हुए शिवसेना ने लिखा, ”इस बिजनेस जोड़ी ने दिखाया है कि संघ का मतलब है ‘इस्तेमाल करो और फेंक दो’, नहीं तो बीजेपी अध्यक्ष जे.पी.नड्डा को यह कहने की हिम्मत नहीं होती कि हमें संघ की जरूरत नहीं है. ।” शिवसेना ने लिखा है कि उन्हें ये बयान देने की प्रेरणा मोदी-शाह से मिली है.