नई दिल्ली, 13 जून (हि.स.)। ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज मैरी कॉम ने आगामी पेरिस 2024 ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले सभी मुक्केबाजों को शुभकामनाएं दीं और उन्हें प्रशिक्षण और रिकवरी से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण सलाह दीं। मैरी दिल्ली में लड़कियों के लिए 20वें सेल्फ डिफेंस टेक्नीक समर कैंप-2024 के समापन समारोह में बोल रही थीं।
मीडिया से बात करते हुए मैरी ने कहा, “मैं सभी मुक्केबाजों को शुभकामनाएं देती हूं। मुझे उम्मीद है कि वे पदक लेकर लौटेंगे, हालांकि मैं यह नहीं बता सकती कि मैं दल से कितनी उम्मीद करती हूं, क्योंकि मुक्केबाजी एक ऐसा खेल है जिसमें आप हारते भी हैं और दूसरा मौका नहीं मिलता। मुझे उम्मीद है कि उन्हें अच्छा ड्रॉ भी मिलेगा।”
देश का प्रतिनिधित्व करने वाले मुक्केबाजों को सलाह देते हुए मैरी ने कहा कि उन्हें उचित आहार, प्रशिक्षण कार्यक्रम का पालन करना चाहिए और पर्याप्त रिकवरी करनी चाहिए।
उन्होंने कहा, “अपनी तैयारी अच्छी रखें। उचित आहार का पालन करें और उचित रिकवरी का पालन करें। आपको मानसिक रूप से परेशान नहीं होना चाहिए, फोकस मजबूत होना चाहिए। खेल गांव में भी उन्हें उचित प्रशिक्षण और रिकवरी पर ध्यान देना होगा।”
भारत ने पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए मुक्केबाजी में अमित पंघाल (51 किग्रा), निशांत देव (71 किग्रा), निकहत जरीन (50 किग्रा), प्रीति पवार (54 किग्रा), जैस्मीन लाम्बोरिया (57 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (75 किग्रा) के साथ विभिन्न श्रेणियों में छह कोटा हासिल किए।
टोक्यो 2020 की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन (महिला 75 किग्रा), दो बार की विश्व चैंपियन निकहत जरीन (महिला 50 किग्रा) और प्रीति पवार (महिला 54 किग्रा) ने पिछले साल हांग्जो में एशियाई खेलों में अपने-अपने कोटे हासिल किए थे। भारत के बाकी तीन कोटे जून में बॉक्सिंग वर्ल्ड क्वालीफायर इवेंट के दौरान आए थे। अमित, निशांत और जैस्मीन ने कोटा हासिल करने के लिए अपने-अपने भार वर्ग में क्वार्टरफाइनल मुकाबले जीते।
ओलंपिक खेल 26 जुलाई से शुरू होकर 11 अगस्त तक चलेंगे। ओलंपिक में भारत की नज़र 2020 टोक्यो ओलंपिक में हासिल किए गए अपने सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ सात पदकों की संख्या को पार करने पर होगी, जिसमें एक स्वर्ण पदक भी शामिल है।
वहीं, पैरालिंपिक में भारत की नजर 2020 टोक्यो ओलंपिक में हासिल किए गए अपने सर्वश्रेष्ठ 19 पदकों (पांच स्वर्ण) की संख्या को पार करने पर होगी।